भदोही । चुनाव आयोग एक तरफ मतदाताओ को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह खर्च करता है किन्तु दूसरी तरफ अपनी गलत नीति के कारण लाखों लोगो को मतदान से वंचित कर देता है । ऐसा ही इस बार भदोही लोकसभा मेंं होगा जहाँ हजारो की संख्या मेंं लोग वोट नहीं दें पाएंगे और यह होगा चुनाव आयोग की अदूरदर्शिता की वजह से ।
बता दें कि भदोही संसदीय क्षेत्र में 5 विधानसभा हैं जिनमे तीन विधानसभा भदोही जिले के और दो विधानसभा प्रयागराज जिले के हैं।
जिसमें 23 लाख उनहत्तर हजार के लगभग मतदाता हैं जिनमे पुरुष 12,58,709 और महिला 11,10,967 हैं। इस बार 60966 नए मतदाता बढ़े हैं। जो अपना पहली बार वोट डालेंगे।
लोकसभा के 23,69,676 मतदाता 2157 पोलिंग बूथों पर मतदान करके प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
जिले को 10 जोन में बांटा गया है जिसमें 69 सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है ।
गौर करने वाली बात है कि 1157 बूथों पर मतदान कर्मियों को पहुचाने के लिए प्रशासन द्वारा निजी वाहनों को अधिकृत किया जाता है । जिसमें बस व ट्रक के अलावा छोटे वाहन भी होते है । गौर करने वाली बात है कि मतदान कर्मियों को बूथ पर भेजने के पहले वोट करने की व्यवस्था चुनाव आयोग द्वारा की गई है किन्तु जिन निजी वाहनों का अधिग्रहण किया जाता है उन वाहन चालको को मतदान देने से वंचित कर दिया जाता है । सोचने वाली बात है की चुनाव आयोग जब लोगो को मतदान के प्रति जागरूक करता है तो उसकी मंशा भी यही होनी चाहिए कि एक भी व्यक्ति वोट से वंचित न रह जाए किन्तु यही आयोग अपनी इस गलत नीति के कारण देश व प्रदेश मेंं लाखों लोगो को मतदान न देने के लिए विवश कर देता है ॥