महराजगंज: 72वां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर महाराजगंज में ध्वजारोहण के समय एक मदरसे में राष्ट्रगान होने से रोक दिया गया। मौके पर मौजूद मौलवी ने राष्ट्रगान को इस्लाम के विपरीत बताया, वहीं मौजूद एक शिक्षक राष्ट्रगान गाने की बात पर अड़ा रहा। वहां मौजूद किसी शख्स ने पूरे मामले का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। मामला महराजगंज के कोल्हुई थाना क्षेत्र के मदरसा अरबिया अहले सुन्नत अनवारे तैबा गर्ल्स कॉलेज का है। बुधवार को स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के दौरान ध्वजारोहण के पश्चात मौलाना द्वारा मदरसे में राष्ट्रगान गाने से मना कर दिया गया। एक हिंदी शिक्षक ने इसका विरोध किया कहा कि भारत के किसी भी विद्यालय में राष्ट्रगान अनिवार्य है तो राष्ट्रगान यहां भी होगा। इतना ही नहीं जब एक शिक्षक न बच्चों से राष्ट्रगान गाने के लिए कहा कि मौलाना बच्चों को राष्ट्रगान गाने से मना कर दिया।
मौलाना जुनैद अंसारी ने तर्क देते हुए कहा कि हमारे यहां राष्ट्रगान नहीं होता है, इसलिए राष्ट्रगान नहीं होगा। बता दे कि इस कार्यक्रम का वीडियो भी बन रहा था, उसके बाद भी मौलाना ने राष्ट्रगान होने से रोक दिया। देखते ही देखते स्थिति तनावपूर्ण हो गयी। मदरसे में राष्ट्रगान न कराए जाने की घटना क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी। भाजपा के कई पदाधिकारी व नेता उक्त मदरसे पर पहुंच गए है। मामले की जानकारी पुलिस और प्रशासन के उच्चधिकारियों को दी। बताया जा रहा है कि विवाद बढ़ता देख मौलवी मौके से फरार हो गया है। पुलिस आरोपित मौलाना की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने कहा कि यह प्रकरण प्रकाश में आने पर इसकी जांच दो सक्षम अधिकारियों को सौंपी गई है। जांच में जो भी दोषी मिला उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।