मुंबई। महानगर में बढ़ते बिल को लेकर ऊर्जा मंत्री के साथ बैठक हुई और बिल का ऑडिट करने की मांग की गई। ऊर्जा मंत्री डॉ नितिन राउत ने बैठक के दौरान संबंधितों को निर्देश जारी किए। यह बैठक मुंबई युवा कांग्रेस अध्यक्ष गणेश यादव के अनुरोध पर ऊर्जा मंत्री डॉ नितिन राउत द्वारा बुलाई गई थी। बैठक में बेस्ट महाप्रबंधक सुरेंद्र बागडे, अदानी कंपनी के कैलास शिंदे, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, विजय कनौजिया, कचरु यादव और जगदीशन उपस्थित थे।
गणेश यादव ने मार्च, अप्रैल और मई में भेजे गए बिलों पर आपत्ति जताई। उन्होंने शिविरों के आयोजन और लोगों की शिकायतों के समाधान का सुझाव दिया। अनिल गलगली ने यह मुद्दा उठाया कि तीन महीने से कोई रीडिंग नहीं है, इसलिए व्हील चार्ज, फिक्स चार्ज और क्यारी चार्ज क्यों लिया गया?कैपेक्स की लागत कम करने से अगले साल बिल कम हो जाएगा। पहले, मेसर्स अदानी प्रति वर्ष 400 करोड़ रुपये खर्च कर रहे थे और अब 1,200 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। यह अप्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ताओं को प्रभावित करता है, ऐसा आरोप गलगली ने लगाया। ऊर्जा मंत्री डॉ.नितिन राउत ने बताया कि उन्होंने कुछ मुद्दों पर महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग से अपील की है। श्री राउत ने कहा कि जितनी अधिक बिजली का उपयोग होगा, उतने ही रकम का बिल आएगा।