रिपोर्ट : अरूण कुमार मिश्रा
एक जनसेवक से लोग यहीं उम्मीद करते हैं कि वह यदि किसी के साथ अन्याय हो रहा होगा तो उसके साथ न्याय करेगा, लेकिन जब जनप्रतिनिधि ही सत्ता की हनक दिखाकर गरीब को सताने पर उतर आये तो क्या कहा जा सकता है।
बता दें कि मीरजापुर विधायक रत्नाकर मिश्रा किसी कार्यवश भदोही आये थे और मीरजापुर लौट रहे थे। जब वे रजपुरा चौराहे के पास पहुचे तो उनके सामने जौनुपर से डाला एक ट्रक जा रही थी। विधायक जी का चालक बार बार हार्न दे रहा था किन्तु शाम का वक्त होने की वजह से सड़क पर भीड़ थी। जगह न होने के कारण ट्रक चालक पास नहीं दे पाया। लेकिन विधायक जी का चालक जबरदस्ती पास लेने के चक्कर में विधायक की कार को ट्रक से भिड़ा दिया।
गलती भले ही विधायक जी के चालक की थी लेकिन विधायक रत्नाकर मिश्रा का पारा चढ़ गया और गरीब को गाली देते हुये धमकियाने लगे। बेचारा गरीब हाथ जोड़े गुहार लगा रहा था किन्तु अपने कार के हुये नुकसान की कीमत 40 हजार बतायी। जिसे देने में वह बेबस था।
ट्रक चालक रतनलाल ने बताया कि जब उसने 40 हजार देने में असमर्थता जतायी तो विधायक उसे रजपुरा पुलिस चौकी लाकर पुलिस के सूपूर्द कर दिये। इस घटना के बाद पुलिस चौकी में बैठे विधायक जी की सेवा लस्सी और ठंडे से हुई। हालांकि यह भुगतान भी उसी गरीब चालक को करना पड़ा। फिलहाल विधायक जी के जाने के बाद पुलिस ने थोड़ी ही देर में मामले को पुलिसिया अंदाज में रफा दफा कर दिया।
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