रिपोर्ट : अरूण कुमार मिश्रा
कहा जाता है कि ज्ञानपुर विधानसभा में विकास पुरूष के नाम से मशहूर विधायक मिश्रा ने अपने विधानसभा में विकास की गंगा बहायी है। कोई गांव या गली ऐसी नहीं है जहां पर विकास के गंगा की धारा न पहुंची हो। यहीं नहीं पेयजल व लाइट की सुविधा आम लोगों के कहने पर तुरंत मिल जाती है। चर्चा तो यहां तक होती है कि विधानसभा का कोई भी व्यक्ति यदि अपनी फरियाद लेकर विधायक के पास पहुचा तो उसे वापस निराश होकर नहीं लौटना पड़ा।
लेकिन आश्चर्य की बात यह भी है विधायक के विधानसभा में ही रहने वाले उनके एक रिश्तेदार ऐसे हैं जिन्हें बारिश के मौसम में मुख्य मार्ग से घर तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। हल्की सी बारिश हुई कि रास्ता फिसलन भरा हो जाता है और उसी रास्ते से घर के बच्चे किसी तरह स्कूल जाते हैं। कई बार ऐसा भी हुआ है कि स्कूल जाते समय बच्चे फिसल कर गिर भी पड़ते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि जो विधायक पिछले चार बार से अपनी कार्यशैली और कर्मठता से जनता के दिलों पर राज करता हो, जिसे विकास पुरूष के नाम से जाना जाता हो। जो अपने विधानसभा के लोगों का सेवक बताता हो। आखिर उसी विधायक के विधानसभा में उनका ऐसा कौन सा रिश्तेदार है जिसे अपने घर तक जाने के लिये गर्मी से धूल खानी पड़ती है और बारिश में कीचड़ में फिसलना भी पड़ता है।
ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र में गंगा नदी के पास एक गांव हैं बिहरोजपुर। इसी गांव में विधायक जी के भांजे रोहित शुक्ला उर्फ प्रिंस रहते हैं। रोहित ने बताया कि मुख्य मार्ग से घर तक आने के लिये बहुत पहले से एक कच्ची सड़क है जो बारिश के समय कीचड़ से भर जाती है। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी बच्चों को होती हैं। इस सड़क पर ग्राम प्रधान द्वारा खड़ंजा भी बिछाया जा सकता है किन्तु इस पर कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया।
वहीं इस मामले में ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा का एक सच्चे जनप्रतिनिधि का चेहरा भी सामने आता है। अक्सर देखा जाता है कि जब कोई विधायक या सांसद होता है तो वह सबसे पहले अपने लोगों और रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने का काम करता है, लेकिन विधायक ने अपने रिश्तेदारों को दरकिनार कर सबसे पहले जनता को सुविधा दिलाने पर ध्यान दिया, लेकिन यह बात भी गौर करने लायक है कि जब कोई रिश्तेदार घर पर आता है तो वह कहने से बाज नहीं आता कि विधायक जी अपने भांजे को एक सड़क भी नहीं दे पाये।
एक सड़क की क़ीमत तुम क्या जानो विधायक बाबू
विधायक के घर तक की सड़क पक्की है, और उन्हें दूसरों की क्या पड़ी हैं । वो बरसाती मेंढक थोड़े हैं जो बारिश में जा कर चेक करें । वो सिर्फ़ चुनाव में ही लोगों को याद करते हैं और बाद में भूल जाते हैं।