मुंबई। तारीख़़ 29 दिसंबर-2019 रविवार की शाम वर्ली मुंबई में “जहान-ए-अदब” की औपचारिक मीटिंग और मासिक संगोष्ठी संस्था अध्यक्ष जनाब इब्राहिम अश्क़ के आदेश से आयोजित की गई। इस नशिस्त में “जहान-ए-अदब” के पदाधिकारीयों के अलावा मुंबई के ही चुनिंदा शायरों ने हिस्सा लिया। इसमें आने वाले साल में किए जाने वाले कार्यक्रमों पर विचार विमर्श और उनका ख़ाका क्या रहेगा मुख्य विषय था। जनाब शिवदत्त अक्स, महेन्द्र सरावगी जी, सतीश शुक्ला रक़ीब जी, अल्का जैन ने उर्दू शायरी के अलावा पंजाबी शायरी से उपस्थित मेहमानों के लिए सुंदर समां बाँधा।
सतीश जी की ग़ालिब साहब की ज़मीन पर-
दीजिए शौक़ से सज़ा क्या है।
ये बताएं मगर ख़ता क्या है।
ग़ज़ल को सभी ने बहुत सराहा। आने वाले साल में “जहान-के-अदब” की तरफ से कुछ अच्छे कार्यक्रम अदब की दुनिया को हासिल हों और “जहन-ए-अदब” सफलता की ऊंचाइयों को छुऐ ऐसी शुभकानाओं के साथ “जहान-ए-अदब” को एक और शानदार संगोष्ठी के लिए दिली मुबारक़बाद दी ।यह जानकारी सेकेट्री अल्का जैन “शरर” ने दी।