कई पंडालों में पहुंच चुकी हैं गणपति की प्रतिमाएं
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई गणपति बप्पा के स्वागत की तैयारियों में जुट गयी है। मूर्तिकार गणपति बाप्पा की मूर्तियों को अंतिम रूप देने मे जुटे हुए हैं। बाजार भी इसके लिए तैयार हो गया है। गणेश उत्सव के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले सामान से बाजार सज गए हैं। पंडाल लगाने वालों का कहना है कि इस बार सजावटी सामान पिछले साल से महंगा है। बावजूद इसके लोगों की गणपति बाप्पा के प्रति आस्था कम नहीं हुई है।
लोगों की मानें तो पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष गणेशोत्सव का खर्च 35 से 45 फीसदी तक बढ़ जायेगा। मंहगाई की वजह से मूर्तियों से अधिक सजावटी सामान अधिक मंहगा हो गया है। लेकिन आस्था पर इसका कोई असर पड़ने वाला नहीं है।
मुम्बई में इस बार भी चादना के बने सजावटी सामानों का ही बोलबाला दिख रहा है। कल्याण, उल्हासनगर के होलसेल मार्केट में बिजली सजावट का ज्यादातर सामान चाइनीज है। लोगों ने बताया कि कल्याण, उल्हासनगर के बाजारों में जुलाई में ही चाइना से पर्याप्त स्टॉक आ चुका था। एक दुकानदार ने बताया कि लाइटिंग सजावट के मामले में चीन की सामग्री का कब्जा है। यह भी देखा जा रहा है कि पर्यावरण सुरक्षा के लिये ईको फ्रेंडली मूर्तियों की ओर लोग अधिक आकर्षित हैं।
संगीत के साथ अपनी कला विखेरने वाले कलाकारों, डांडिया खेलने वाले कलाकार अपनी तैयारियों दो महीने पहले से ही शुरू कर दिये हैं। मुम्बई के कई स्थानों पर ब्रिज के नीचे देखा जा सकता है कि युवा काफी दिनों से अपने वाद्ययंत्रों के साथ अपनी कला को परिपक्व बनाने में जुटे हुये हैं।