उल्हासनगर में पिछले 40 वर्षों से कब्रिस्तान की जमीन का मांग कर रहे मुसलमानों की मनोकामना आखिरकार को भाजपा की मनपा महापौर पंचम ओमी कालानी ने उन्हें कब्रिस्तान की जमीन का जगह देकर पूरा कर दिया है, महापौर पंचम ओमी कालानी ने पत्रकार परिषद के दौरान पत्रकारों को बताया कि उनके ससुर पूर्व विधायक पप्पू कालानी ने शहर में रहने वाले लाखों मुसलमानो को कब्रिस्तान की जमीन देने का वादा किया था, और जिसे लेकर पप्पू कलानी हमेशा प्रयास रत रहे हैं, जिस वादे को हम उनकी बहू व मनपा महापौर होने के बाद पूरा किया है।
बता दें कि वर्षों से कब्रिस्तान की जमीन को लेकर संघर्ष कर रहे शहर के मुसलमानों को महापौर के द्वारा कब्रिस्तान जमीन के बंद गेट का शनिवार को चाभी दे दिया गया, इस दौरान मनपा मुख्यालय उपायुक्त संतोष देहरेकर मालमत्ता व्यवस्थापक विशाखा सावंत, मनपा भाजपा नगरसेवक राजेश बदरिया, टीम ओमी कालानी प्रमुख ओमी कालानी, कमलेश निकम, संतोष पांडे, व मुस्लिम समाज के नेता जुबेर खान ,मैनुद्दीन शेख, शरीफ शेख, अब्दुल गफ्फार समेत बड़े पैमाने पर मनपा प्रशासन के अधिकारी व नगरसेवक पदाधिकारी मौजूद थे, महापौर पंचम कालानी के द्वारा कब्रिस्तान की जमीन दिये जाने को लेकर मुसलमानों में खुशी का लहर दौड़ गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मुस्लिम समाज कब्रिस्तान की जगह को लेकर 124 दिन से मनपा मुख्यालय के सामने उपोषण कर रहे थे, जिस जिस उपोषण को गंभीरता से लेते हुए भाजपा की मनपा महापौर ने आइडिया कंपनी के बगल उल्हासनगर 1 स्थित कब्रिस्तान का जगह मुसलमानों को हस्तांतरित कर दिया, मनपा प्रशासन के अनुसार उक्त जमीन 5000 चौरस मीटर क्षेत्रफल में है, वहीं कब्रिस्तान की जगह मिलने के तुरंत बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने अपना उपोषण समाप्त कर दिया है, जानकारी के अनुसार मनपा की महापौर बनने के बाद पंचम कालानी ने मुसलमानों को कब्रिस्तान दिलाने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अनेकों बार पत्र व्यवहार कर कब्रिस्तान की जमीन आवंटित कराने के लिए प्रयास करती रही है।
वहीं मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुसलमानों को कब्रिस्तान की जगह आवंटित कर दिया था, परंतु कब्रिस्तान की जगह मुसलमानों को मनपा प्रशासन द्वारा समय अवधि के अनुसार नहीं लिया जा सका था, जिसे लेकर मुसलमान समाज के लोग मनपा मुख्यालय के सामने उपोषण धरना शुरू कर दिये वहीं मुसलमानों के उपोषण को देखते पूर्व आयुक्त गणेश पाटिल ने आनन-फानन में मुस्लिम समाज को खुश करने के लिए दफन भूमि का अलॉटमेंट पत्र तो दे दिया था, परन्तु उन्हें अब तक दफ़न भूमि का अधिकार प्राप्त नही हो पाया था।