मुंबई। प्रकृति के समक्ष सभी की सोच पर पानी फिर जाता है। सोचा हुआ कार्य स्थगित होने के साथ-साथ कठिनाइयों का सामना भी करना पड जाता है। ठीक वही हाल 4 सितम्बर 2019 को मुंबई व आस-पास के जिलों में अनवरत भारी वर्षा होने से पुरी मुंबई जलमग्न हो गयी। जिसके कारण सडकों पर चलने वाले वाहन और रेलमार्ग से यात्रा करना दुर्लभ हुआ।
कर्जत, कसारा, कल्याण, बोरीवली, मीरारोड, वाशी, पनवेल की तरफ से आने वाले यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पडा। जो व्यक्ति सुबह अपने घर से काम के लिए (नौकरी) निकला वह देर रात्रि तक घर वापस नहीं पहुंचा, कारण कि सडकें पुरी तरह जलमग्न, रेल पटरियाँ डूबी हुई हैं। लोकल ट्रेन के साथ मेल, एक्सप्रेस गाडियाँ भी रद्द हो चुकी है। जिससे लोगों को यात्रा करने में कठिनाइयों का सामना करना पडा। बस स्टैंड, वसाहत और रेलवे स्टेशनों के नजदीक महानगर पालिका के विद्यालय में लोगों को ठहरने की व्यवस्था प्रशासन ने की है। खबर के साथ कुछ तस्वीरें कुर्ला, माटुंगा, परेल, अंधेरी, भायखला आदि नगरों की है जो दर्शाती हैं कि वास्तव में प्रकृति क्या नहीं करती।
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