राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा जिलाधिकारी को पत्रक देकर निर्यातक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगा
भदोही । इतिहास मे पढ़ने को मिलता है जब मुगल आक्रांताओं ने भारत पर आक्रमण किया तो भारतीय संस्कृति और सभ्यता नष्ट किया । कितने मंदिरो को तोड़े गए और बहुत से स्थानो के नाम बदल दिए गए । उन्ही परिवर्तित किए गए नामों को अब योगी सरकार उन्हें अपनी पहचान दे रही है। लेकिन भदोही मे यह सिलसिला आज भी रुका नहीं है। वर्षो पूर्व स्थापित महाराजा आदित्य नारायण सिंह इंटर कालेज का नाम बदलकर एम .ए . समद इंटर कालेज कर दिया गया और भदोही का हिन्दू समाज चुप रहा ।
अब भदोही मे एक ऐसा ही मामला सामने आया है। एक मुस्लिम कालीन निर्यातक ने गाँव मे जमीन खरीदी और कंपनी खोली । यह ग़लत नहीं है! जमीन तो कोई भी खरीद सकता है। किन्तु फैक्ट्री तक आने वाली सड़क का नाम ही बदल दे तो उसे क्या कहेंगे । जी हाँ! भदोही रेलवे स्टेशन से मात्र डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर नहर के किनारे गंगापुर गाँव मे जमीन खरीदकर कंपनी खोलने वाले इस मुस्लिम निर्यातक ने अपने पैसे के दंभ मे आकर सड़क का नामकरण ही कर दिया ।
भदोही पिपरिस मार्ग पर एक साईन बोर्ड लगाकर सड़क का नाम आयत रोड रख दिया । यही नहीं बल्कि भदोही ज्ञानपुर मार्ग स्थित हरियाव गाँव मे नहर पर भी आयत रोड का बोर्ड लगा है। इस मामले मे गंगापुर के ग्राम प्रधान राकेश कुमार ने बताया कि सड़क का नाम रखने के लिए ग्रामसभा से कोई प्रस्ताव नहीं बना है। कालीन निर्यातक ने अपनी मर्जी से सड़क का नाम रख दिया ।
वही राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा मे भी इस मामले को लेकर गुस्सा है। युवजन सभा के जिलाध्यक्ष पंडित अंबरीश तिवारी ने कहा इस मामले को गंभीरता से उठाया जाएगा । जिलाधिकारी को पत्रक देकर निर्यातक पर कार्रवाई की मांग की जाएगी । यदि कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा ।