ठाणे (पश्चिम)
मुंबई विश्व मैत्री मंच की नववर्ष की प्रथम काव्य गोष्ठी का शुभारंभ मुंबई विश्व मैत्री मंच की शाखा अध्यक्षा श्रीमती आभा दवे के निवास स्थान साकेत काम्प्लेक्स ठाणे (पश्चिम) में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। सरस्वती वन्दना के साथ काव्य गोष्ठी का आरंभ हुआ । इस काव्य गोष्ठी का संचालन सफलता पूर्वक प्रमीला शर्मा ने किया । शिल्पा सोनटक्के की अध्यक्षता में हुई इस काव्य गोष्ठी में विशेष अतिथि के रूप में उषा साहू जी उपस्थित थी ।
वही अनिता रवि ,सरोजा लोडाया,रानी मोटवानी,प्रभा शर्मा “सागर” ,प्रमीला शर्मा, आभा दवे शिल्पा सोनटक्के एवं अन्य ने अपनी कविताओं से सभी का मन मोह लिया ।
अनीता रवि –
हर दूसरे घर में बच्चे हैं प्रवासी
अब नहीं रहे वो घर के वासी ।
प्रभा शर्मा-
दिल तो दिल है दिल की बातें समझ सको तो बेहतर है।
सरोजा लोडाया –
हमें आजादी मुफ्त में नहीं मिली
हम ना चढ़ाने देंगे लाखों लोगों की बलि ।
रानी मोटवानी-
उतरायण के पर्व पर आसमान में उड़ती पतंग ने मुझसे कहा बन जा तू भी एक पतंग ।
ऊषा साहू ने “रुपी”
महिला मजदूर की लघुकथा सुनाकर सब को द्रवित कर दिया ।
प्रमीला शर्मा-
चारों वेदों का लेकर में दल लाई हूँ
सरोवर से नीला कमल लाई हूँ
इस के साथ ही लड़कियों के संदर्भ में अपनी कविता कही- पिता की मिल्कियत पर पुत्र का अधिकार होता है –
ससुर की दौलत का पति हकदार होता है
आखिर कहाँ जाएँ लड़कियां न उनका कोई ठौर होता है ।
आभा दवे –
जमाने को शिकायत है जमाने से
फूल तो लगाते हैं शिकायत है काँटों के चुभ जाने से
करते हैं जो काम भलाई का उसमें भी शिकायत है
बुरे जो काम करते हैं उसमें कहाँ शिकायत है
हर एक की उँगली उठती है दूसरे पर
नेकी जो करते उसमें भी शिकायत है ।
विश्व मैत्री मंच की संस्था अध्यक्ष श्रीमती संतोष श्रीवास्तव जी एवं मुंबई विश्व मैत्री मंच के अन्य सदस्यों ने शुभकामनाएँ प्रेषित कर हौसला अफजाई की ।
विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में सभी ने हिंदी भाषा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया और हिंदी भाषा का नाम विश्व में गूंजे ऐसी शुभकामनाएँ की । हिंदी जन -जन की भाषा है जो दिल से दिलों को जोड़ती है और अन्य भाषाओं को अपने में समाहित कर देश का गौरव बढ़ाती है ।
मुंबई विश्व मैत्री मंच की ठाणे (पश्चिम) काव्य गोष्ठी के शुभारंभ पर केक काटा गया एवं जलपान के बाद आभा दवे ने सभी का आभार व्यक्त कर काव्य गोष्ठी का समापन किया ।