बस्ती : श्री कृष्णा मिशन हास्पिटल में मौजूद आधुनिक तकनीक और चिकित्सकों का समर्पण अनेक गंभीर रोगियों के लिये वरदान साबित हो रही है। सिद्धार्थनगर जनपद के इटवा कस्बे की निवासिनी गर्भवती यास्मीन का आपरेशन हुआ। बच्चे के जन्म लेते ही वह कोमा में चला गया, इसे लेकर परिजन काफी परेशान थे। चिकित्सकों ने भरोसा दिलाया कि वे बच्चे को बचाने की हर संभव कोशिश करेंगे। 15 दिनों तक बालक को एन.आई.सी.यू. में कड़ी निगरानी में रखा गया। अंततः चिकित्सकों का प्रयास रंग लाया और बालक स्वस्थ हो गया।
बच्चे को बचाने में बाल रोग विशेषज्ञ डा. एन.के. वर्मा ने विशेष योगदान दिया। बताया कि यह मामला चुनौतीपूर्ण था क्योंकि बच्चे को निमोनिया भी था। पूरी टीम के अथक प्रयास से सफलता मिली। प्रीती मिश्रा, ज्योति पाण्डेय, शुभम चौहान के साथ ही अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने योगदान दिया। यास्मीन के परिजनों ने चिकित्सकों और हास्पिटल के प्रति आभार व्यक्त किया।
चेयरमैंन बसन्त चौधरी ने चिकित्सकों के प्रयास की सराहना करते हुये कहा कि यदि अत्याधुनिक तकनीक न होती तो बालक की जान बचाना मुश्किल था। हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि श्री कृष्ण मिशन हास्पिटल को अत्याधुनिक तकनीकों से लैश करने के साथ ही बेहतर चिकित्सक़ो की सेवायें पूर्वान्चल वासियों को उपलब्ध करायी जाय।