Home गुजरात नूतन मंगल वर्ष रहे, सब यही कामना करते है।

नूतन मंगल वर्ष रहे, सब यही कामना करते है।

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हमार पूर्वांचल
अयोध्या न्यूज़

नूतन मंगल वर्ष रहे, सब यही कामना करते है।
पुरे वर्ष फिर एक दूजे पर, भाला मारा करते है।
भाला मारा करते है बस, नहीं चाहिए दुनिया में तू।
फिर मंगल वर्ष हुआ कैसे, जब सहा नहीं दुनिया को तू।

एक होड़ लगी है हैप्पी हैप्पी, कह कर जी को छुड़ा लो जी।
सबसे पहले हैप्पी कहने, का तमगा तुम पा लो जी।
मन में इर्ष्या द्वेष भरा है, साथ में तुम कुछ खा लो जी।
मन में राम बगल में छुरी, नेक सभी हैं पा लो जी।

जैसे आज चमक रहे हैं, चहक रहे हैं चिड़िया से।
जीवन भर ऐसे ही चहके, जिए जीवन बढ़िया से।
जिए जीवन बढ़िया से, ना राग द्वेष को जगह मिले।
प्रेम प्रतिज्ञा बनी रहे यूँ , हंसी खुशी सब गले मिले।

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