भदोही। सरकार शिक्षा विभाग को इसलिए सभी से बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है क्योकि शिक्षा से ही देश के नौनिहालों का भविष्य उज्ज्वल होगा लेकिन कही न कही कुछ समस्याएं जो नौनिहालों के विकास में रोडा भी बन रही है।
ऐसा ही एक मामला भदोही जिला के औराई ब्लाक के जगन्नाथपुर प्राथमिक विद्यालय का है जहां 208 बच्चे, तीन कमरें व पांच कक्षाएं है। जहां भवन निर्माण की लापरवाही दो दिन हुई बारिश से उजागर हो गई। लेकिन विभाग नौनिहालों के बारे में उदासीन बना हुआ है। कई बार शिकायत के बाद भी मौन।
मालूम हो कि प्राथमिक विद्यालय जगन्नाथपुर में कुल 208 बच्चे नामांकित है और मात्र पढने के लिए तीन कक्ष है और कक्षाएं पांच है। इस विद्यालय में प्रधानाचार्य अपना कार्यालय जर्जर भवन में बनाएं है जो कभी भी किसी हादसे का शिकार हो सकता है। इस विद्यालय में पहले के भवन को परितज्य घोषित कर दिया गया है।
इसी विद्यालय के पीछे नया तीन कक्षीय भवन बनाया गया है। जो कुछ वर्ष पहले ही बना है लेकिन भवन निर्माण में हुई लापरवाही का उदाहरण तब देखने को मिला जब केवल दो तीन दिन हुई बारिश से भवन की दिवाल व छत पानी से पसीज गये है। और 208 बच्चे इसी भवन में शिक्षा लेने पर मजबूर है।
जुलाई के प्रथम सप्ताह में जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस विद्यालय का निरीक्षण भी किये और इसके पहले भी कई बार जर्जर भवन को हटाने और नये कक्षों के निर्माण की बात अध्यापकों द्वारा लिखित व मौखिक कही गई लेकिन विभाग इस पर कोई कार्यवाही नही कर रहा है।
विद्यालय के कुछ बच्चे बाहर चटाई पर बैठकर पढने को मजबूर है इसके पीछे विभाग की कार्य प्रणाली है जो कक्षाएं पांच चलवाता है लेकिन कक्ष तीन ही देता है। और जो कक्ष बना भी है वह भी बारिश में अपना रूप दिखाकर विभाग की लापरवाही की पोल खोलने में काफी है।