Home भदोही इस जिले में मयस्सर नहीं है पीने का शुद्ध पानी

इस जिले में मयस्सर नहीं है पीने का शुद्ध पानी

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जंगीगंज(भदोही)। आइए हम बात करते हैं उत्तर प्रदेश के भदोही जिले की बताते चलें कि इस प्रचंड गर्मी व तीखी धूप से जल स्तर काफी नीचे खिसकता जा रहा है यदि ऐसा ही रहा तो आने वाली जीवन काल में जल की समस्या बढ़ जाएगी बताते चलें कि हैंड पंप पानी छोड़ने के साथ दूषित जलने लगे हैं इस प्रचंड गर्मी में बेतहाशा पानी की खपत हो रही है और दर्जनों गांव में पेयजल की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है वही नहार और तालाबों का पानी सूखने लगा है मवेशी वह पक्षी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।

क्षेत्र के जंगीगंज बाजार में इन दिनों पानी की समस्या खड़ी हो गई है ग्रामीण अंचलों में लगे ज्यादातर हैंडपंप खराब होने के साथ दूषित पानी उबल रहे हैं खराब पड़े हैंडपंप को न तोग्राम प्रधान ध्यान दे रहे हैं न तो राज्य सरकार ध्यान दे रही है यदि ऐसा ही रहा तो जल की समस्या काफी बढ़ जाएगी जो हैंडपंप सही पानी दे रहे हैं उस पर ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई है और चलने वाले हैंडपंपों से लोग इतना पानी निकाल रहे हैं कि चंद समय में ही ना जवाब दिया जाए संपन्न लोग तो समरसेबल का बोर कराकर पानी खूब आजादी से खर्च करें लेकिन गरीबों को सामने शुद्ध पानी का अभाव बना हुआ है मजबूरी तालाबों से दूषित पानी पीकर बीमार पड़ जा रहे हैं मरम्मत करा दिया जाए तो मिलेगी।

काफी तेजी से घट रहा जल स्तर

उत्तर प्रदेश के भदोही जिले मैं जिस प्रकार जल स्तर नीचे जा रहा है यदि यही रफ्तार रहा तो इसमें कोई संदेह नहीं कि हम आने वाली पीढ़ी को सिर्फ सूखी धरती ही दे पाएंगे कारण यह है कि धरती में पानी का जलस्तर काफी तेजी से लगातार घटता जा रहा है नतीजतन कुएं एवं तालाब नदियां सूख रही हैं इतना ही नहीं जहां पहले 60 फीट पर पानी आता था लेकिन अब 80 और 100 पर आने लगा इस समस्या को देखते हुए सरकार ने व्यवस्था लागू की थी की बरसात के पानी का संचयन किया जाना जरूरी है ताकि पानी की कमी नहीं हो लेकिन सरकार किया व्यवस्था सिर्फ कागजों तक ही सिमट गई कहीं भी जल संचयन का कार्य ठीक से नहीं हो रहा है

साथ ही जलाशयों के जीर्णोद्धार के साथ जल भंडारण किया जाना था लेकिन वह भी सिर्फ नाम का ही रहा हालांकि इधर मनरेगा तहत कुछ जगह तालाब से और मिट्टी निकाल कर फिर नए तालाब बनाकर उसमें जल संचयन किया जाता है लेकिन वह भी सिर्फ नाम का काम होता है हकीकत यह है कि नियमानुसार उस पर भी काम नहीं किए जा रहे हैं यदि जल संचयन का यही रवैया रहा तो वह दिन दूर नहीं जब लोग यहां भी जल पीने के लिए भी तरसेंगे आज सबसे बड़ी समस्या शुद्ध पेयजल की है यदि उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो आने वाली पीढ़ी जल के लिए तरसेंगे और सरकार को तो चाहिए इस पर जल्द से जल्द पहनकर तालाबों और नदियों में बरसात का पानी संचय कराया जा सके जिससे अंदर जल रिचार्ज होते रहे।

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