Home मुंबई उत्तर पूर्व मुम्बई लोकसभा: सत्ताधारियो के खिलाफ रहा है मिजाज

उत्तर पूर्व मुम्बई लोकसभा: सत्ताधारियो के खिलाफ रहा है मिजाज

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loksabha chunav 2019
loksabha chunav 2019

 

मुम्बई : चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं जैसे जैसे वैसे वैसे सरगर्मी चुनाव की अपने खूमारी पर है। आज हम आपको महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर पूर्व लोकसभा सीट जिसे मुंबई उत्तर पूर्व लोकसभा मतदारसंघ भी कहा जाता है। आकड़ो को देखा जाए तो यह लोकसभा सीट का मिजाज सत्ताधारियों के खिलाफ वाला सदैव रहा है। 1967 से 1980 तक में तीन बार लगातार कांग्रेस, 2 बार जनता पार्टी के उम्मीदवार सांसद रहे । उसके बाद सत्ताधारियों को बदलने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह अभी तक जारी है। ये देखने वाली बात होगी कि क्या इस बार भी ये सिलसिला जारी रहेगा या कुछ बदलाव होगा।

इस लोकसभा सीट के विधानसभा चुनाव का गणित

मुंबई उत्तर पूर्व लोकसभा सीट में 6 विधानसभा सीट आती हैं। इस लोक सभा सीट की विधानसभा सीटों पर बीजेपी-शिवसेना पार्टी के विधायकों का वर्चस्व है। मुलुंड, घाटकोपर पश्चिम, घाटकोपर पूर्व में जहां बीजेपी के विधायक हैं तो वहीं, विक्रोली और भांडुप पश्चिम में शिवसेना के एमएलए हैं। मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से समाजवादी पार्टी के अबु आजमी विधायक हैं।

कब किस पार्टी ने लहराया परचम

1980 में इस सीट से जनता पार्टी के सुब्रमण्यन स्वामी सांसद थे।उसके बाद 1984 में कांग्रेस के गुरुदास कामत, 1989 में बीजेपी से जयवंतीबेन मेहता, 1991 में कांग्रेस के गुरुदास कामत, 1996 में बीजेपी के प्रमोद महाजन, 1998 में कांग्रेस से गुरुदास कामत, 1999 में बीजेपी के किरीट सौमैया, 2004 में कांग्रेस के गुरुदास कामत, 2009 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संजय पाटिल और 2014 में बीजेपी के किरीट सौमेया। इस तरह 35 सालों में ये सीट लगातार अलग अलग पार्टीयो ने अपना परचम लहराया। बताते चले पिछले लोकसभा चुनावो मे इस सीट का मुकाबला देखने लायक था। 2009 की लोकसभा चुनाव मे जहा उत्तर भारतीयों में लोकप्रिय रहे स्व. दीना पाटील के सुपुत्रो एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय पाटिल को 2,13,505 वोट, बीजेपी के किरीट सौमेया को 2,10,572 वोट तो मनसे के शिशिर शिंदे को 1,95,148 वोट मिले थे। वही 2014 के लोकसभा चुनाव में कुछ और नजारा रहा पुरे भारत में मोदी के गुजरात माडल और विकास,भष्ट्राचार के मुद्दे वाली लहर मे बीजेपी के किरीट सौमेया ने 5,25,285 वोट पाकर यहां से जीत हासिल किया, और एनसीपी के संजय पाटिल को 2,08,163 वोट तो वहीं आप पार्टी से खड़ी हुईं समाजसेवी और नर्मदा बचाओे आंदोलन से जुड़ी मेधा पाटकर ने 76,451 वोट पाकर तीसरा स्थान पाया था।

इस लोकसभा सीट पे उत्तर भारतीय के साथ साथ मुस्लिम मतदाता सदैव निर्णायक रहे

मुम्बई उत्तर पूर्व लोकसभा सीट पे उत्तर भारतीय मतदाता को निर्णायक माना गया है। क्योंकि पूरे लोकसभा मे उत्तर भारतीय और मुस्लिम मतदाओ की संख्या करीब 40% है, जिसमे भाण्डुप,कान्जुरमार्ग,विक्रोली,शिवाजी नगर आदि उत्तर भारतीय का वर्चस्व है तो वही भाण्डुप विधानसभा के सोनापूर, जमिलनगर,खिण्डीपाडा,विक्रोली के हरियाली विलेज,सुर्यानगर,पार्कसाइट और शिवाजी नगर मुस्लिम बाहुल्य इलाका है।

रहेगी काटे की टक्कर,होगा रोमांचक मुकाबला

इस लोकसभा चुनाव मे इस सीट पे एक बार फिर किरीट सोमैया और संजय दिना पाटील आमने सामने होने की संभावना है,बताते चले शिवसेना ने अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा के साथ गठबंधन करने से पहले तीन मुख्य शर्तें रखीं थी , जिनमें से एक यह थी कि किरीट सोमैया को कोई टिकट नहीं दिया जाना चाहिए इसलिए यह सीट और रोमांचित होते जा रही है। जहा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के साथ साथ अघाड़ी दल समर्थित प्रत्याशी संजय दिना पाटील होगे वही पर बीजेपी किरीट सोमैया को लेकर असमंजस में है क्योंकि उसे शिवसेना के धमकी भी याद आ रही है। सेना ने कहा था सोमैया के लिए प्रचार नहीं करेगी और बल्कि, चुनाव में उसे हराने के लिए काम करेगी और मनसे प्रमुख द्वारा लोकसभा में उम्मीदवारी न करने से रहेगी काटे की टक्कर।

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