जंगीगंज(भदोही): पॉलीथिन जहां लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन गई है, वहीं यह लोगों की जिंदगी के लिए घातक भी बनती जा रही है। रोज सैकड़ों टन पॉलीथिन लोग यूज करते हैं और इसको फेंक देते हैं। जिसका सही से सेग्रीगेशन नहीं होता और ना ही इसके डिस्पोज करने की सही व्यवस्था है। आजतक संबंधित डिपार्टमेंट पर इंसीनेरेटर्स की व्यवस्था नहीं हो पाई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से नोटिस भी जारी किए गए, लेकिन आजतक कुछ नहीं हुआ। पॉलीथिन की रोकथाम के लिए व्यापारियों ने अपनी दुकान पर कागज से बना पालीथीन प्रयोग कर रहे है ।
पॉलीथीन ऐसे रसायनों से बनाया जाता है जो जमीन में सैंकड़ों वर्ष तक गाड़ देने से भी नष्ट नहीं होता सौ साल के पश्चात भी पॉलीथीन को जमीन से ज्यों का त्यों निकाला जा सकता है। जरा सोचें हमारी धरती माता संसार की हर चीज़ हजम कर लेती है किन्तु पॉलीथीन तो उसे भी हजम नहीं होता। पॉलीथीन पृथ्वी के स्वास्थ्य और हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डालता है। पॉलीथीन पानी के रास्ते को अवरुद्ध करता है खनिजों का रास्ता रोक लेता है अर्थात एक ऐसी रुकावट जो जीवन के सहज प्रवाह को रोक लेती है। बताते चले कि क्षेत्र के जंगीगंज बाजार में किराने के दुकानों पर अब पालीथिन का प्रयोग न करे । ऐसा नोटिस बोर्ड देखने को मिल रहा है ।
जंगीगंज में एक किराना दुकान में अनोखा चीज़ देखने को मिला जब किराना की दुकान में नो पालीथिन का नोटिस बोर्ड लगा दिखा । और ग्राहकों को भी कागज से बने पालीथिन में दिया जा रहा है । ऐसे में सभी दुकानदार इस दुकानदार की तरह हो जाए सच मे पूर्णतया बन्द हो जाएगी ।