हे वीर तुम्हारी जय हो, शूरवीर तुम्हारी जय हो।
सदा चमकता भाल तुम्हारा, शत्रु में सदा ही भय हो।
हे वीर तुम्हारी जय हो, शूरवीर तुम्हारी जय हो।
1947 से आज तक की गाथा है,
शत्रु पराजय से कम तुमको, और कुछ नहिं भाता है।
सुन तेरी ललकार वीर, रूह तक उनका कांपा है।
इसलिए देश के रखवाले, अब कठिन परीक्षा तय हो।
हे वीर तुम्हारी जय हो, शूरवीर तुम्हारी जय हो।
कारगिल में जब छद्म युद्घ, ना पाक कयरों ने छेड़ा।
शिव भक्त वीर सेनानी झपटे, भागे कायर छोड़ के बेड़ा।
अटल शक्ति दिखलायी थी तब, फिर वही पुरानी लय हो।
हे वीर तुम्हारी जय हो, शूरवीर तुम्हारी जय हो।
1971 में जब चढ़ा कुलबुला कीड़ा था।
इंद्रा के आदेश पर तुमने 2 भागो में चीरा था।
आज वही इतिहास बनाओ, फिर ना ऐसा कल हो।
हे वीर तुम्हारी जय हो, शूरवीर तुम्हारी जय हो।
उरि में धोखा रात को, पुलवामा में घात।
दोनों समय में आपने, मानी सब की बात।
मोदी की सरकार में, अब तो इसका हल हो।
हे वीर तुम्हारी जय हो, शूरवीर तुम्हारी जय हो।
आज वही दो मुखी बात फिर, इमरान नापाकी बोल रहा।
मिडिया में शान्ति की चर्चा, सीमा पर फ़ायर खोल रहा।
कुछ कर दो ऐसा अब की बार, जो पर्मानेन्ट ही हल हो।
हे वीर तुम्हारी जय हो, शूरवीर तुम्हारी जय हो।