देखा जाता है कि अधिकारी गरीब लोगों से सीधे मुंह बात नहीं करते वहीं एक कलेक्टर ने ऐसा कर दिखाया जिसे आम आदमी भी करने से हिचकिता है। कलेक्टर द्वारा किये गये इस कार्य से लोगों ने दांतो तले अंगुली दबा ली।
मीडिया में आयी खबरों के अनुसार तमिलनाडु के एक जनपद के कलेक्टर टी अंबाज़गेन चिन्नमालनिकिकेन पट्टी में स्थित एक बुढ़िया के घर पहुंचे तो वह उसके लिए अपने घर में पका खाना लेकर आए। कलेक्टर ने केले के दो पत्तों में खाना परोसा। महिला के साथ ही जमीन पर बैठे और एक में खुद खाया दूसरे में महिला को खिलाया।
तमिलनाडु के करूर में रहने वाली 82 साल वृद्ध महिला उस वक्त चौंक गई, जब उनके यहां एक वीआईपी मेहमान आया। खुद की जिंदगी बसर करने के लिए सरकारी मदद की मुंहताज इस महिला को समझ में ना आया कि आखिर उसके यहां जिले के कलेक्टर साहब क्यों पहुंचे हैं। लेकिन कलेक्टर साहब ने अपने आने की वजह बताई तो इस सरकारी अधिकारी के लिए इस महिला के दिल में भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा।
वृद्ध महिला की हालत बेहद खराब है। चंद प्लास्टिक के बर्तनों के जरिये ये महिला अकेली किसी तरह अपनी जिंदगी काट रही है। कलेक्टर टी अंबाज़गेन ने अपने मातहतों को निर्देश दिया कि इस महिला को हर महीने एक हजार रुपये का वृद्धा पेंशन दिया जाए।
बता दें कि एक जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर को पता चला था कि एक महिला घनघोर गरीबी में जिंदगी गुजार रही है। लोगों ने कलेक्टर से अपील की थी कि इस महिला की कुछ मदद की जाए। इसके बाद कलेक्टर महिला के घर पहुंचे। कलेक्टर ने कहा कि बढ़ती उम्र की वजह से ये महिला काम नहीं कर पाती थी इस वजह से इसका गुजारा मुश्किल हो रहा था। कलेक्टर ने कहा कि वृद्धा पेंशन ऐसी महिलाओं के लिए ही है।
कलेक्टर ने चलने-फिरने में लाचार इस महिला के विशेष सुविधा मुहैया कराई है। कलेक्टर ऑफिस के मुताबिक महिला को हर महीने उसके घर पर ही पेंशन की रकम मुहैया कराई जाएगी। कलेक्टर के इस पहल की चारों ओर तारीफ हो रही है।