जनपद जौनपुर मे मडियाहूं थाना क्षेत्र के पाली गॉव का 60 वर्षीय व्यक्ति कृपाशंकर मिश्र ग्रामसचिव ,प्रधान एवं खाद्यनिरीक्षक की लापरवाही से सरकार द्वारा गरीबों के लिए चलायी जा रही सार्वजनिक वितरण प्रणाली में मिलने वाली रॉशन की सुविधा से वंचित रह गया। कृपाशंकर जो कि भूमिविहिन एवं परिवारविहिन व्यक्ति है और 80प्रतिशत विकलांग भी है जिसको की अंत्योदय योजना का लाभ मिलना चाहिए था आज किसी भी प्रकार के सरकारी लाभ से वंचित है। विगत तीन वर्षो से वह बृद्धा पेंशन ,विकलांग पेंशन के लिए प्रयासरत रहा परंतु आज तक वंचित है । इसी प्रकार रॉशन कार्ड के लिए दो बार आन लाईन फार्म भी भर चुके है परंतु राशन कार्ड तक नही बन पा रहा है।
इसी तरह की जौनपुर से एक बड़ी खबर प्रकाश मे आयी कि भ्रष्टाचार में लिप्त जिलापूर्तिधिकारी व खाद्य निरीक्षक रत्नेश श्रीवास्तव की शह पर कोटेदारों का हौसला बुलंद है। कोटेदार जयसिंह ग्राम अलीखानपुर विकास खण्ड धर्मापुर जौनपुर के सम्बंन्ध में एक विधवा महिला का आरोप है कि जिलापूर्तिधिकारी के अधीनस्थ खाद्यनिरीक्षक के मिलीभगत से कोटेदार खुलेआम खाद्यान्न कालाबाजारी करता है जबकि भाजपा की महिला मोर्चा की प्रदेश मन्त्री ऊषा मौर्या उपजिलाधिकारी सदर जौनपुर को लिखित पत्र के माध्यम से शिकायत भी कर चुकी फिर भी राजस्व विभाग को कोई फर्क नहीं पडा रहा है तो भला आम आदमी की कितनी सुनवाई हो सकती है।
अब देखने को मिल रहा है कि योगी सरकार का प्रशासन सुस्त और कोटेदार मस्त है,खुलेआम पैसे लेकर राशनकार्ड बन रहे हैं और गरीब आदमीं की कोई सुनवाई नही हो पा रही हैं।