रिपोर्ट-रामलाल साहनी
मिर्जापुर (विन्ध्याचल)- माँ विंध्यवासिनी के धाम में प्रातः काल से देर रात तक सात लाख भक्तों ने भीड़-भाड़ के बीच काफी जद्दोजहद से मातारानी के चरणों में मत्था टेका।
बताते चले कि मंगलवार और माघ का अंतिम दिन तथा पूर्णिमा होने की वजह मंगलवार को भोर से ही लेकर देर रात तक सात लाख भक्तों ने भीड़-भाड़ से होते हुए माँ का दीदार किये। माँ विंध्यवासिनी मंदिर के तरफ जाने वाली सातों गलियां भक्तों से भरा रहा। हर तरफ से भक्तों की भीड़ बस माँ के एक झलक पाने को बेकरार थे और प्रयास कर रहे थे कि कैसे और कितनी जल्दी माँ का दीदार हो जाये बस इसी ख्याल को लेकर भक्त मंदिर की तरफ बढ़ रही थी जिससे मंदिर में चारों तरफ से भीड़ आने की वजह से बहुत काफी भीड़ देखा गयी। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि तिल रखने तक की भी जगह नही थी कहीं।
भीड़ को काबू करने के लिए श्री विन्ध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानू पाठक और गौतम द्विवेदी तथा मंदिर व्यवस्थापक प्रमुख नवनीत पांडेय तथा साथ मे श्री विन्ध्य पंडा समाज के सदस्यगण दर्शनार्थियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने और उन्हें बकायदे माँ का दर्शन हो सके इसके लिए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते नजर आए तो वही पुलिस प्रशासन भी अपने स्तर से पूरी तैयारी कर लिए थे, मंदिर के सभी गलियों के साथ-साथ मुख्य मार्गो पर अतिरिक्त पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी।
विन्ध्याचल थाना अध्यक्ष विवेकानंद उपाध्याय, धाम चौकी प्रभारी उमा शंकर गिरी, मंदिर सुरक्षा व्यवस्था से राघवेन्द्र सिंह भी मंदिर में सुबह से देर रात तक मंदिर व्यवस्था में लगे रहे। इस प्रकार से इतनी भयंकर भीड़ नवरात्रि मेले से भी अधिक भीड़ होने की वजह से दर्शनार्थी अपने परिवार से बिछड़ते और मिलते रहे।