मुंबई। मनमोहक संगीत, मधुर स्वर और मनोरंजक अंदाज किसे नहीं भाता? ऐसी ही कुछ हृदय को गदगद करने वाली ध्वनियों का आनंद संत जेवियर्स कॉलेज के संगीत विभाग-इंडियन म्यूज़िक ग्रुप (आय. एम. जी.) द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में लिया जा सकता है। आय. एम. जी. की शुरुआत सन् १९७३ में, उस समय कॉलेज के प्रधानाचार्य फा. लैंसी परेरा द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए की गई।
सन् १९७९ में इस संगठन ने एक नया मोड़ लिया जब संत जेवियर्स कॉलेज ने ब्रिटेनिया एवं उस्ताद अल्ला राखा खान के सहयोग में एक तीन दिवसीय संगीत कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम भारतीय शास्त्रीय संगीत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। जैनफेस्ट इस संगठन द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक मुख्य उपक्रम है। जनवरी के माह में आयोजित किये जाने वाले इस कार्यक्रम ने उस्ताद जाकिर हुस्सेैन, पंडित रविशंकर जी, पंडित भीमसेन जोशी, एम.एस. सुब्बालक्ष्मी, उस्ताद अमजद अली खान, पंडित शिवकुमार शर्मा जैसे भारतीय शास्त्रीय संगीत के कई नामी कलाकारों की मेजबानी की है। यह वर्ष भी जैनफेस्ट की प्रस्तुतियों में कई प्रख्यात कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए दिखेंगे।
जैनफेस २०१९ तीन सत्रों में बंटा है। पहला सत्र २५ जनवरी सायः छ: बजे आरंभ होगा। इस सत्र में दो प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। पहली पेशकश सखी ग्रुप के सदस्यों श्रीमती कौशिकी चक्रवर्ती (गायन), कुमारी नंदिनी शंकर (व्हायलीन), श्रीमती देबोप्रिया चैटर्जी( बांसुरी), श्रीमती भक्ति देशपांडे( कथक), श्रीमती सावनी तलवालकर ( तबला), कुमारी महिमा उपाध्याय (पखवाज) द्वारा की जाएगी। इस सत्र की दूसरी प्रस्तुती उस्ताद शुजात खान (सितार) एवं श्री गणेश राजागोपालन (व्हायलीन) जी द्वारा प्रस्तुत जुगलबंदी होगी।
दुसरे सत्र में लोग विश्व प्रसिद्ध बाँसरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरासीया जी की मधुर ध्वनियों का आनंद २६ जनवरी सुबह ०६: ३० बजे से ले सकेंगे
पहले सत्र की तरह तीसरे सत्र में भी दो प्रदर्शनीयाँ है। पहली प्रस्तुती में उस्ताद राशिद खान साहब अपने गायन से सबको मनमोहित करेंगे एवं दूसरा प्रदशर्न नामी संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा जी द्वारा किया जाएगा। यह सत्र २६ जनवरी को साय: ६:३० बजे से आरंभ होगा।