कल्याण : पूर्व के सह्याद्री पार्क एवं कैलाशनगर के हद स्थित हनुमान जी का वह मंदिर जो पिछले तकरीबन पंन्द्रह वर्षो से गायक-वादक गणो का अखाङा बनता जा रहा है जिस मंदिर पर हर मंगलवार एवं रविवार तथा छुट्टी के दिनो शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक सुरीले गायन-वादन के कार्यक्रम होते रहते है, तथा हर माह के चतुर्दशी को होनेवाले अखंडरामायण पाठ इस मंदिर की ख्याति में इजाफा के साथ-साथ कलाकारों की कलाकारी में निपुणता भी प्रदान करता है।
बतातें चलें कि मंदिर के पुजारी शर्मा जी के अनुसार यह मंदिर कलाकारो का विश्वविद्यालय साबित हो रहा है। जहां से गायन-वादन के गुङ सीखकर अनेको कलाकार मुंबई एवं उसके उपनगरो तथा उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्रो में अपनी गायकी वादकी की सेवाँए देते रहते है, अथवा जलवा बिखेरते रहते है। जिनमें गायक पप्पू उपाध्याय, धर्मेंद्र उपाध्याय, मनोज शुक्ला, ढोलवादक आनंद तिवारी, गायक दिनेश मिश्रा, संदीपलाल यादव, ढोलवादक मनोज तिवारी एवं लक्की मास्टर सहित छोटू गुप्ता आदि दर्जनो से भी अधिक नाम है जो सभी मंजे हुए कलाकार इसी मंदिर से निकले है।
गौरतलब हो कि 18 अक्टूबर के शाम कल के कार्तिक मास की एकादशी के उपलक्षय में रविवार की संध्यावेला में इस मंदिर पर प्रख्यात रामकथा वाचक आदरणीय श्री श्री राहुल जी महाराज ने अपनी गायकी से सबका मन मोह लिए।
राम नाम की नदियाँ सुगम बही जाए, एहमे केहू केहू नहाला।।
इस गाने पर मंदिर परिसर में उपस्थित तकरीबन तीस से भी अधिक के कलाकारगण झूम उठे। शाम 5 बजे शुरू हुआ गायकी कार्यक्रम का यह सिलसिला 8 बजे रात को होनेवाले आरती के समय तक चला जिसमें तकरीबन 10 से अधिक गायक कलाकार तथा 6 से अधिक वादक कलाकारो ने अपनी सेवाँए दी जिन सबका समापण तकरीबन रात 9 बजे हुआ।