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खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़ में मारे गए वकील विंद को कैंडल मार्च निकालकर दी श्रधांजलि

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हमार पूर्वांचल
कैंडल मार्च

गोपीगंज थाना छेत्र के मदनपुर निवासी वकील बिन्द जिनकी शहादत पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में हो गई परंतु छत्तीसगढ़ की भारतीय जनता पार्टी की सरकार वकील बिन्द की मौत को एक हादसा बताते हुए नक्सली हमले की असलियत को छिपाने की कोशिश कर रही है। वकील बिन्द की मौत को प्रशासन सामान्य मौत बताकर अपनी जिम्मेदारियों से मुकर रही है। बिन्द समाज कल्याण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भदोही समाजवादी पार्टी के नेता राजेंद्र एस बिन्द ने शहीद के परिवार के साथ एकजुटता दिखाने एवं सिपाही वकील बिन्द को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए खिलाड़ियों के आयोजित कैंडल मार्च के दौरान उक्त बातें कहीं। राजेंद्र बिन्द ने इस अवसर पर प्रदेश सरकार से मांग की कि शहीद के परिवार को मुआवजा के तौर पर सरकार 50 लाख रुपए के साथ-साथ परीवार के सदस्य को नौकरी दी जाय।

हमार पूर्वांचल
राजपूत ढाबा स्थित खेल के मैदान में खिलाड़ियों ने कैंडल मार्च निकाला 

वही राजपूत ढाबा स्थित खेल के मैदान के सीनियर खिलाड़ी वकील विंद को याद करते हुए मैदान में एकत्रित हुए सैकड़ो खिलाड़ियों ने कैंडल मार्च निकालकर गमगीन माहौल में पूरे ग्राउंड का परिक्रमा किया और दो मिनट मौन रखकर गत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इसके साथ ही वकील विंद को सम्मान दिलाने का शपथ भी लिए और कहा जब तक सरकार वकील बिन्द को शहीद का दर्जा देकर एक शहीद को जो मुआवजा और सहुलियतें मिलती है वो मिलनी चाहिए, जब तक नहीं दे देती है तब तक इसकी मांग सरकार के सामने उठती रहेगी।  यदि हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम लोग सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जाएगें। राजेश यश ने कहा कि पिछले दिनों वकील बिन्द की मृत्यु एक नक्सली हमले में हो गई परंतु छत्तीसगढ़ प्रशासन इस मामले को नक्सली हमला न दिखाकर एक हादसा बता रही है, और शहीद के शव को चुपचाप परिवार वालों को सौंप कर इस घटना को दबा देना चाहता है। शहीद का शव जब उनके पैतृक गांव पहुंचा तो प्रदेश सरकार का कोई भी प्रतिनिधि वहां मौजूद नहीं था। बिन्द समाज कल्याण संघ के अध्यक्ष का कहना है कि नक्सली हमले में वीरगति को प्राप्त वकील बिन्द को शहीद न बताना सरकार के पिछड़े समाज के साथ भेदभाव की नीति को उजागर करता है। कैंडल मार्च में मैदान के सीनियर खिलाड़ी अन्नू सिंह, मनोज सिंह, दीपक सिंह, गिरीश पांडेय, संदीप यादव समेत सैकड़ो खिलाड़ी रहे।

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