मुंबई। साहित्यिक संस्था उज्जवल भारत सेवा संस्था के तत्वावधान में दिनांक 11 अगस्त 2019 रविवार सायं शास्त्री नगर गोरेगाॅव (पश्चिम) में कवियों की भव्य गोष्ठी संपन्न हुई।
“अरमानो की इस नगरी में
क्या क्या हम-तुम पाते हैं
चाय का कुल्हड़ पूछ रहा
संगी चुस्की कहाँ लगाते हैं”
उज्ज्वल भारत सेवा संस्था द्वारा आयोजित चतुर्थ काव्यगोष्ठी भारत में हो रहे विशेष परिवर्तन एवम नेत्री सुषमा स्वराज जी को याद करते हुए सम्पन्न हुई। कार्यक्रम वरिष्ठ कवि रमेश श्रीवास्तव जी की अध्यक्षता में नोयडा से पधारे कवि मुख्य अतिथि युवा कवि कृपाल त्रिपाठी जी एवं संचालन काव्यसृजन के संस्थापक रमाकान्त ओझा लहरी जी ने किया।
विशेष आकर्षण उज्ज्वल भारत संस्था के संयोजक अजय शुक्ला “बनारसी” की पुत्री शिशु नियति शुक्ला रही उन्हें विशेष अतिथि का सम्मान दिया गया, कार्यक्रम की शुरुवात सरस्वती वंदना से गीतों के राजकुमार जवाहरलाल निर्झर जी ने किया कवियों में शुभम पांडेय,शिवम,कृपाल त्रिपाठी,राजकुमार शर्मा,जाकिर हुसैन “रहबर”,रमाकान्त ओझा लहरी,अजय शुक्ला “बनारसी”,शशिरंजन सिंह,रमेश श्रीवास्तव आदि ने कविता पाठ किया।
आभार व्यक्त करते हुए संस्था के संयोजक ने कहा उज्ज्वल भारत सेवा संस्था विशुद्ध साहित्य के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्हें विश्वास हैं कि संस्था विशुद्ध साहित्य के लिए अपना योगदान देती रहेगी और कवियों से अनुरोध भी किया कि आसपास के विशुद्ध साहित्यकार को संस्था से जोड़ें और देश को सच्चे साहित्य की परिभाषा से विश्व मे अलंकृत करें और सभी का आभार व्यक्त किया।