मुंबई। साहित्यिक संस्था काव्यकुंज की १११३वीं मासिक काव्यगोष्ठी हौंसिला प्रसाद अन्वेषी की अध्यक्षता व रमेश श्रीवास्तव जी के संचालन, अंजली टूर्स एण्ड ट्रावेल्स श्यामकमल बिल्डिंग विलेपार्ले (पूर्व) मुम्बई में कवि शिवप्रकाश जौनपुरी,डॉ जे पी बघेल,मुर्धन्य पुर्वांचली,आशीष अनोखा,महेश गुप्त जौनपुरी, बीरेन्द्र यादव,लालबहादुर यादव कमल,जवाहरलाल निर्झर,तरुण तन्हा,अल्हढ़ असरदार,कल्पेश यादव,श्रीकृष्णा कालकर,राम सिंह,श्रीनाथ शर्मा,शिवकुमार वर्मा कुमार,दिलीप सिंह मंजू,सुरेश सरोज,रामजी कनौजिया,बी एल कुँवारा,रीतेश गौड़,रामकेवल वर्मा,रेखा रोशनी,शशिकला कालकर आदि कवि कवयित्रियों की उपस्थिति में रचना पाठ किया गया।सभी ने नवरस से परिपूर्ण रचनायें प्रस्तुत कर आयोजन को सफल बनाया।
अध्यक्षीय भाषण में आदरणीय हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जी ने सभी की रचनाओं पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए संस्था के संचालक अनिल गुप्त जी की प्रसंशा की।और कहाँ कि अनिल जी आप बधाई व साधुवाद के हकदार हैं।आपने अपने दिवंगत पिता और दादाजी की साहित्यिक मशाल को प्रज्वलित करने के लिए तत्पर हैं बहुत बहुत धन्यवाद है।और हमलोगों का भी प्रयास रहेगा कि यह मशाल अनवरत जलती रहे।आज दिवंगत कैलाश नाथ जी की आत्मा तृप्त हो गई।उनकी विरासत सुरक्षित है।
अंत में अनिल गुप्तजी ने अपने पिताजी को याद करते हुए सभी कवि कवयित्रियों का आभार व्यक्त करते हुए निवेदन भी किया कि आप सब इसी तरह अपना सहयोग संस्था पर बनाये रहें,मैं आप सबकी सेवा में सदैव तत्पर रहूँगा।