उल्हासनगर। पुलिसवालों की ज्यादती से तंग आकर होटल व्यवसायी युवक ने की आत्महत्या। मृतक के परिजनों ने लगाया आरोप, शव ले जाने को नहीं थे तैयार
प्राप्त जानकारी अनुसार आत्महत्या करने वाले युवक का नाम सतीश अशोक खेड़कर था। 20 वर्षीय सतीश एक होटल का मालिक था। उल्हासनगर चोपड़ा कोर्ट परिसर में रहकर किराये की दुकान लेकर वो अपनी होटल चलाता था। सनेक्स कॉर्नर,चायनीज जैसे फास्टफूड की उसकी होटल थी। देर रात 1 बजे तक होटल खुला रहने के कारण पुलिस द्वारा सतीश से आये दिन हफ्तावसूली की मांग की जाती। पुलिस वालो को हफ्ता न मिलने के कारण सतीश को बार-बार होटल ना चलाने और बंद करवाने की धमकी दी जा रही थी।
परिजनों का आरोप है की बार-बार पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने पर सतीश ने आत्महत्या की है। आक्रोशित परिजनों ने उल्हासनगर-3 के सेन्ट्रल पुलिस स्टेशन के बाहर धरना प्रदर्शन किया। वही मृतक के माँ का आरोप है की पुलिसकर्मीयों पवन केदार व अमोल ढबाले ने होटल मालिक सतीश से 10हज़ार रुपये की माँग की, या रोज के 500 से 600 रुपये वसूलने के साथी ही रोज-रोज मुफ्त खाना खाने की बात कही और साथ ही धमकी दी के ऐसा नहीं हुआ तो होटल बंद करवा दूंगा।
मृतक की माँ और उसके बड़े भाई का कहना है की सतीश से पैसो की मांगकर उसे बार-बार टॉर्चर करके आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया हैं। हर रोज सतीश को पुलिस द्वारा जबरन होटल से उठवा लिया जाता और हज़ार दो हज़ार की रसीद फाड़वाने के लिए विवश किया जाता। हर दूसरे दिन पुलिसकर्मी बदल-बदलकर उसके होटल जाते और उसे जबरन उठवा लाते। पुलिस वालों की इस रोज-रोज की ज्यादती से तंग आकर आखिरकार सतीश खेडकर ने अपनी जान दे दी। बता दे की 2 मई शाम 7:30 बजे सतीश ने आत्महत्या की उसी दिन उसके पिता का दसवा कार्य था। कुछ ही दिन पूर्व उसके पिता का भी देहांत हुआ था।
परिजनों के शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस उपायुक्त डीडी थेले ने आगे की कार्यवाही करने की बात कही।