सोमवार से सरकार के द्वारा जारी निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दिया है। बिजली कर्मचारियों के आंदोलन के चलते समूचे पूर्वांचल में लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े इसे लेकर जिला प्रशासन की तैयारी भी है। सभी विद्युत स्टेशनों पर मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। खराबी दूर करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आइटीआई प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को सेवा के लिए जगह-जगह तैनात किया गया। दिनभर पूर्वांचल के प्रमुख विद्युत संस्थानों में कर्मचारियों ने पोस्टर बैनर के साथ प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की।
नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोलरूम से जिले भर की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। दूसरी तरफ विद्युत विभाग के कर्मचारी धरना सभा के लिए हाइडिल परिसर में लगातार एकत्रित होकर नारेबाजी करते रहे। किसी भी उपद्रव की सूरत में प्रशासन की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। जौनपुर हाईडिल स्थित बिजली विभाग के बाहर धरना प्रदर्शन करने हेतू सुबह से ही कर्मचारी पहुंच रहे थे। प्रशासन द्वारा पुलिस सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई है। परंतु सरकार की सुरक्षा वयवस्था के बावजूद बिजली कर्मियों ने बिजली काट दी। दोपहर में बिजली काट दिए जाने से शहर के कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
पूर्व घोषित आंदोलन की सफलता के लिए कर्मचारियों ने विद्युत आपूर्ति को भी ठप कर दिया। वहीं शहरी तथा ग्रामीण उपभोक्ता सुबह 10 बजे से विभिन्न इलाकों में हुयी बिजली आपूर्ति बाधित होने से बुरी तरह से परेशान रहे। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि सोमवार की हड़ताल सफल रही और सरकार द्वारा हड़ताल को रोकने की सारी कोशिश नाकाम रही।