मुंबई – भिवंडी में जनता का रक्षक भक्षक साबित हुआ। दुराचार मामले की पुलिसिया जांच के बहाने पुलिस उप निरीक्षक द्वारा युवती के साथ बलात्कार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है- पीड़िता की शिकायत पर पुलिस उपनिरीक्षक के खिलाफ कोनगांव पुलिस स्टेशन में दुराचार का मामला दर्ज कराया गया है। उक्त मामले को लेकर लोगों में पुलिस से भरोसा उठ गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शांतिनगर पुलिस स्टेशन में कार्यरत पुलिस उप निरीक्षक रोहन कमलाकर गोंजारी(34} से शांतिनगर निवासी पीड़ित 23 वर्षीय युवती ने 3 वर्ष पूर्व हुए दुराचार की घटना की शिकायत करते हुए न्याय की फरियाद की थी। पीड़िता युवती की शिकायत का फायदा उठाकर पुलिस उप निरीक्षक रोहन गोंजारी नें मामले की तहकीकात के बहाने युवती को भिवंडी कल्याण मार्ग स्थित राजनोली इलाका के पास लाज में ले जाकर बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।
मामले का खुलासा होनें पर अपने बचाव के लिए पीड़िता युवती को जान से मारने की धमकी देकर दबाव डालकर एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाया और लिख लिया कि, मैं अपनी मर्जी से पुलिस उप निरीक्षक गोंजारी से सहवास कर रही हू। पीड़िता ने कागज पर लिखी स्वीकारोक्ति को अमान्य किया है। पुलिस उप निरीक्षक गोंजारी द्वारा की जा रही बार-बार जोर जबरदस्ती से तंग आकर शांतिनगर में कार्यरत पुलिस निरीक्षक गोंजारी के खिलाफ कोनगांव पुलिस स्टेशन में दुराचार की शिकायत दर्ज कराई गई है।
शांतिनगर पुलिस स्टेशन में कार्यरत पुलिस उपनिरीक्षक पर बलात्कार का मामला दर्ज होने से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। पुलिस उप निरीक्षक गोंजारी की घिनोनी कारस्तानी से नागरिकों का विश्वास पुलिस से डगमगा रहा है।पीड़ित युवती ने जान की सुरक्षा एवं न्याय हेतु पुलिस शीर्ष अधिकारियों से फरियाद की है.मामले की विवेचना पुलिस निरीक्षक अपराध विनयकुमार देशमुख कर रहे हैं।