भदोही कोतवाली क्षेत्र के अमिलोरी गांव के थे निवासी
बाइक सवार दो अज्ञात युवकों ने घटना को दिया अंजाम
घटना की छानबीन में जुटी पुलिस, एसपी ने कहा शीघ्र गिरफ्त में होंगे हमलावर
भदोही। हौसलाबुलंद बदमाशों ने सोमवार को नगर के श्री इंन्द्र बहादुर नेशनल इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य योगेन्द्र बहादुर सिंह उम्र लगभग 50 वर्ष की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। बताते हैं कि घटना सोमवार की सुबह पौने नौ बजे की है। बताया जा रहा है कि योगेन्द्र सिंह अपनी कार द्वारा विद्यालय के लिये निकले थे। घर से कुछ दूर आगे पहुंचे थे तभी बाइक सवार बदमाशों ने कार रूकवाया और ताबड़तोड़ फायरिंग करके प्रधानाचार्य को मौत की नींद सुला दिया। गोली लगने के बाद उन्हें महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
बता दें कि भदोही कोतवाली क्षेत्र के अमिलोरी गांव निवासी योगेन्द्र बहादुर सिंह पिछले 22 वर्ष से अध्यापन का कार्य हरियांव स्थित श्री इन्द्र बहादुर सिंह नेशनल इण्टर कालेज में कर रहे थे। इसी वर्ष उन्होने प्रधानाचार्य का कार्यभार ग्रहण किया था। सोमवार की सुबह वे अपनी कार द्वारा कालेज के लिये रवाना हुये। गाड़ी उनका ड्रायवर रयां निवासी प्रमोद सिंह चला रहा था। जब उनकी कार घर से कुछ दूर आगे बसावनपुर गांव के पास पहुंची तो बाइक पर सवार दो युवक उनके पीछे से आये और कार रोकने का इशारा किया। चालक प्रमोद सिंह का कहना है कि उनमें एक युवक मोबाइल हाथ में निकाला और मोबाइल किसी को देने की बात कही। योगेन्द्र सिंह ने जब अपनी कार का सीसा खोला तो उसने रिवाल्वर निकाली और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जो उनके सीने ओर पेट में लगी। ड्रायवर का कहना है कि भागने से पहले उन्होने कार के पहिये पर भी गोली चलायी थी। गोली मारने के बाद हत्यारे भदोही सुरियावां रोड की तरफ भागे। चालक ने उनका पीछा भी किया लेकिन वे तेजी से मोढ़ की तरफ भाग निकले। जब हत्यारे घटना को अंजाम देने के बाद भग रहे थे तो उन्हें भागते हुये सड़क के मोड़ पर स्थित दुकान पर बैठे लोगों ने भी देखा। लोगों का कहना था कि जिस तेजी वे भग रहे थे उससे ही लोगों को किसी अनहोनी की आशंका हो गयी थी। दोनों हत्यारे अपाचे मोटरसायकिल से थे। प्रधानाचार्य को गोली लगने की सूचना चालक ने परिजनों को दी ओर कार को कोतवाली भदोही लेकर पहुंच गया। जहां पुलिस ने एमबीएस अस्पताल पहुंचाया लेकिन तबतक उनकी मौत हो चुकी थी।
अभी तक घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि योगेन्द्र सिंह का व्यवहार मिलनसार था। उनकी किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। नेशनल इण्टर कालेज के प्रबंधक आशीस सिंह बघेल ने बताया कि योगेन्द्र सिंह पिछले 22 साल से उनके विद्यालय में पढ़ा रहे थे। इसी वर्ष जुलाई में योगेन्द्र सिंह को प्रधानाचार्य बनाया गया था।
प्रधानाचार्य योगेन्द्र बहादुर सिंह के हत्या की खबर फैलते ही जिले में सनसनी फैल गई। पुलिस अधीक्षक डा मीनाक्षी कात्यायन ने घटनास्थल स्थल का दौरा किया। जहां पर यह घटना घटित हुई है। वहां पर आसपास के लोगों का जमावड़ा हो गया था। एसपी सहित जिले के अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुच गये और घटनास्थल का मुआयना किया। फोरेन्सिक टीम और डाग स्क्वायड घटना की जांच में जुट गई है। दिनदहाड़े हुई हत्या को लेकर जहां लोगों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं भदोही पुलिस के उपर भी सवालिया निशान खड़े हो गये। एसपी भदोही ने घटना के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि शीघ्र ही हत्यारों का पर्दाफाश किया जायेगा। पुलिस ने प्रधानाचार्य योगेन्द्र सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया हैं। जहां पर अन्त्य परीक्षण के बाद शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिये सौंप दिया जायेगा। घटना की सूचना मिलने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरूद्ध त्रिपाठी सहित काफी संख्या में लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे हुये हैं। उधर प्रधानाचार्य योगेन्द्र बहादुर सिंह के हत्या की खबर से जिले के अन्य विद्यालयों के प्रधानाचार्यो में भी आक्रोश है।