भदोही जिले के ज्ञानपुर स्थित जिला कारागार में शुक्रवार को हुई एक कैदी की मौत से हड़कम्प मच गया है। सूचना मिलते ही जिले के आला अधिाकरियों के हाथ पांव फूल गये और आननफानन में ज़िला कारागार पहुंचे। कैदी द्वारा आत्महत्या की गयी है या फिर हत्या है। यह मामला संदेह के घेरे में है।
बता दें कि औराई पुलिस ने विगत 3 अगस्त को बाबूसराय निवासी फिरोज हाशमी का शराब के मामले में बंद किया था। आज सुबह उसका शव कारागार के शैचालय में गमछे से लटकता पाया गया। जब इसकी खबर जेल प्रशासन को हुई तो सनसनी फैल गयी। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद व पुलिस अधीक्षक राजेश एस कारागार पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी।
सूत्रों की मानें तो फिरोज हाशमी शातिर अपराधी था। उसके खिलाफ वाराणसी जिले में भी मुकदमा दर्ज होने की बात चर्चा में है। बताया जाता है कि उसके क्रियाकलापों से उसके परिजन भी काफी परेशान थे। जिसका सबूत यह है कि एक छोटे से मामले में जब उसकी जमानत हो सकती थी किन्तु कोई जमानत कराने को तैयार नहीं था।
सूत्रों का कहना है कि वह अक्सर छोटी मोटी चारियों और शराब पीने को लेकर बदनाम था जिसके कारण उसके परिवार वाले परेशान रहते थे। सूत्रों की मानें तो उसकी जो गतिविधिं थी उससे यहीं लगता है कि वह इतनी आसानी से हार मानने वाला नहीं था जो आत्महत्या कर ले, फिर वह आत्महत्या कैसे कर लिया?
यहीं जांच करने का विषय है। भदोही जिले में हवालात या कारागार में कैदी या आरोपित की मौत होना कोई नहीं बात नहीं है। यदि कोई मनबढ़ अपराधी शौचालय में मृत पाया जाता है तो यह जांच का विषय है। हालांकि जांच के बाद ही पता लग पायेगा कि यह आत्महत्या है कि सुनियोजित हत्या। फिलहाल जिले के आला अधिकारी जांच में जुटे हुये हैं। वहीं इस मामले को लेकर पूरे जिले के अधिकारियों की हालत पतली दिखायी दे रही है।