जब किसी समस्या को लेकर जनता सड़क पर उतरती है तो इसका मतलब यहीं होता है कि वह अपनी फरियाद सुनाते सुनाते उब चुकी है। पिछले दो साल से एक अदद सड़क के लिये तरस रहे काशीपुर वार्ड के वासी अब सड़क पर उतर कर भदोही चेयरमैन के खिलाफ बिगुल फूंकने की तैयारी कर चुके हैं, क्यों कि पिछले कार्यकाल से वे यहीं सुन रहे हैं कि काम हो जायेगा, सड़क बन जायेगी। दो वर्षों में सरकार बदल गयी लेकिन काशीपुर वार्ड के लोगों को समस्या से निजात नहीं मिली।
गौरतलब हो कि विकास का नारा देकर सत्ता में आयी भारजीय जनता पार्टी की सरकार ने आम जनता को काफी निराश किया है। आम पब्लिक की सुविधाओं की तरफ इस सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है बल्कि नेता अपनी वाहवाही करने में ही लगे हैं। भदोही नगरपालिका के काशीपुर वार्ड 12 की सड़क का निर्माण दो साल पहले शुरू हुआ था। तब पालिका के चेयरमैन महलका आरिफ सिद्दीकी थी।
निर्माण शुरू होने के बाद सड़क पर मिट्टी डालकर और रोड की चारदीवारी बनाकर छोड़ दिया गया। इसके बाद लोगों की जिंदगी नारकीय बन गयी। हल्का सा पानी सड़क पर आ जाये तो सड़क पर कीचड़ फैल जाता है। टेंडर होने के बाद भी सड़क का काम क्यों रूक गया यह तो किसी ने बताया नहीं। हां! इतना जरूर रहा कि पिछले चेयरमैन और वर्तमान चेयरमैन का एक ही डायलाग सुनने को मिलता रहा। वे भी कहते रहे कि काम हो जायेगा और नये चेयरमैन भी कहते हैं कि काम हो जायेगा।
बता दें कि इस सड़क पर एक विद्यालय भी है जहां बच्चों को बरसात में नारकीय स्थिति झेलनी पड़ेगी। वहीं इसी सड़र पर कालीन कंपनिया भी हैं। इसके बाद भी काम क्यों नहीं हो रहा है। कहा नहीं जा सकता। नागरिकों को अंदेशा है कि सड़क का टेंडर होने के बाद ठेकेदार और नगरपालिका के लोग मिलकर पैसे को हड़प कर लिये हों इसी कारणवश सुनवाई नहीं हो रही है। इसीलिये नागरिकों ने मन बनाया है कि जब इसके खिलाफ लोग सड़क पर उतरेंगे तभी दो वर्षों से चल रहे एक ही डायलाग ‘काम हो जायेगा कि पोल खुल पायेगी।’