ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री जी का जन्म मई 1992 में अवध धाम, उत्तर प्रदेश में हुआ है। ब्राह्मण परिवार के संस्कारगत आचरण के कारण बालपन से ही अतुल जी का सम्बन्ध ज्योतिष से रहा। यही वजह है कि इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए आपने महर्षि वेद विज्ञान विश्व विद्यापीठम् – छतरपुर गुरुकुल से ज्योतिष एवं कर्मकांड की प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की। ततपश्चात काशी प्रांत के सम्पूर्णानन्द विश्वविद्यालय से ज्योतिष की उच्च शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद अतुल जी ने अवध के साथ लखनऊ, इलाहबाद, बनारस तथा गोंडा में कुछ दिन गुज़ारे और अपनी ज्योतिष सेवा केंद्र का प्रचार प्रसार किया किया। उत्तर प्रदेश में पैर जमाने के बाद आचार्य जी गुजरात के शहर सूरत में आकर बस गए।
यहां अतुल जी 2 साल रहे और ज्योतिष सेवा केंद्र की स्थापना कर सूरत वासियों की समस्याएं हल की। सूरत वासियों के दिल में अपनी जगह बनाने के बाद वर्ष 2012 में अतुल जी मुम्बई आ गए और यहां ज्योतिष सेवा केंद्र की स्थापना की। वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश सहित गुजरात, मध्य प्रदेश तथा मुम्बई में अतुल जी की ज्योतिष सेवा केंद्र की कई संस्थाएं फल फूल रही हैं। कर्मकांड एवं ज्योतिष का कार्य करते हुए अतुल जी कई लोगों का भाग्य संवार रहे हैं।
24 वर्ष की छोटी सी उम्र में आचार्य जी ने वह कर दिखाया जिसके लिए लोगों को अपना पूरा जीवन 50 भी कम पड़ता है। वर्तमान समय में ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री जी का नाम भारत के ऐसे ज्योतिषाचार्यों में शामिल है, जिन्होंने बहुत ही कम उम्र में ही अपने ज्ञान और अनुभव के माध्यम से अपनी एक अलग पहचान बना ली है।
आचार्य पंडित अतुल शास्त्री को ज्योतिष विज्ञान के क्षेत्र में लगभग 10 वर्षों का अनुभव है। इन 10 वर्षों में उन्होंने अपने ज्योतिष सेवा केंद्र के माध्यम से हज़ारों लोगों का मार्गदर्शन किया है। आचार्य जी कुंडली निर्माण, कुंडली विश्लेषण, कुंडली मिलान के अलावा श्रीमद्भागवत कथा, राम कथा, रुद्राभिषेक, पूजा पाठ तथा यज्ञ अनुष्ठान के भी विशेषज्ञ हैं।
इतना ही नहीं आचार्य पंडित अतुल शास्त्री जी काल सर्प दोष, पितृ दोष, शनि की साढ़े साती, वास्तु दोष, शान्ति मंगल दोष, नवग्रह शान्ति, मूल नक्षत्र शान्ति, चांडाल दोष आदि का भी निवारण विभिन्न रत्नों एवं वैदिक कर्मकांडों के माध्यम से करते हैं। यह आचार्य जी की विशेषता है कि जो कोई उनके पास अपनी समस्याओं के साथ जाता है, वह उनकी समस्याओं को ना सिर्फ गम्भीरता से सुनते हैं बल्कि उसका 100% निवारण भी करते हैं। प्रत्येक समस्या का समाधान वह जातक की कुंडली का निर्माण अपने हाथों से करके उसका गहन अध्ययन करते हैं और फिर समस्या अनुसार उसका उपाय बताते हैं।
यही वजह है कि उनके कार्यालय में प्रतिदिन महाराष्ट्र तथा गुजरात से लेकर पूरे भारत से आनेवाले जातकों की भीड़ लगी रहती है। जातकों की समस्या गम्भीर हो तो आवश्यकता पड़ने पर आचार्य जी फोन के माध्यम से भी समस्याएं सुनते हैं और उनका उचित निदान करते हैं। गुरू जी ये सब बाबा महाकाल की कृपा मानते है अतुल जी पर बाबा महाकाल की कृपा और भैरव कृपा है अतुल जी कहते है जो भी है ‘हमारे माता पिता का अार्शिवाद और लोगो का प्रेम है’
घर में किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानियां हों, विवाह में किसी भी तरह की कोई अड़चन आ रही हो, पारिवारिक कलह हो, व्यापार में घाटा हो रहा हो, सन्तान को लेकर कोई समस्या हो या फिर बहुत मेहनत करने के बावजूद उसका सही फल नहीं मिल रहा हो तो अपनी इन विभिन्न समस्याओं के लिए आप आचार्य जी से सम्पर्क कर सकते हैं।