15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक ही दिखेगा श्री राम मंदिर। मां सिंह वाहिनी सृंगार समिति शिवम क्लब के नेतृत्व में इस वर्ष बनाये जा रहे दुर्गा पूजा पंडाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उद्घाटित श्री राम मंदिर आबू धाबी संयुक्त अरब अमीरात का रूप दिया जा रहा है।
भदोही : गोपीगंज नगर के काली देवी मिर्जापुर पर हर वर्ष मां सिंह वाहिनी सृंगार समिति शिवम क्लब के नेतृत्व में ऐतिहासिक पूजा पंडालों का रूप देकर दुर्गा प्रतिमा की पूजा अर्चना की जाती है, उसी क्रम में इस बार श्री राम मंदिर आबू धाबी संयुक्त अरब अमीरात मंदिर का रूप देकर पंडाल में मां दुर्गा की पुजा अर्चना 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक की जाएगी।
मां सिंह वाहिनी सृंगार समिति के प्रबंधक राम कृष्ण उर्फ खट्टू ने बताया कि इस बार का पंडाल जो बनेगा यह मंदिर संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी से 30 मिनट की दूरी पर दुबई अबू धाबी राजमार्ग पर अबू मुरेखा नामक स्थान पर बनने वाला यह पश्चिम एशिया का पहला पत्थर निर्मित मंदिर होगा यह मंदिर न सिर्फ वास्तु कला और भव्यता के दृष्टिकोण से अद्भुत होगा बल्कि यह पूरी दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम का संदेश भी देगा जो मंदिर 2020 तक बनकर तैयार होगा इसी मंदिर का भव्य मॉडल इस बार के दुर्गा पूजा में मां सिंह वाहिनी सृंगार समिति करवा रहा है। जिसकी ऊंचाई लगभग 110 फीट चौड़ाई 90 फीट लंबाई 110 फीट होगी इसको बनाने में 13 ट्रक बॉस, 20 कुंतल रस्सी, 6 ट्रक लकड़ी, 10 कुंतल कील, 12000 मीटर कपड़ा इत्यादि सामान का प्रयोग किया जा रहा है।
भव्य पंडाल का कार्य 25 मजदूरों के साथ नेपाल दादा शिवकांत दादा,प्रशांत दादा लगभग पूर्ण कर चुके है। इसके पूर्व इसी स्थान पर पंडाल के रूप में अयोध्या में प्रस्तावित राम जन्मभूमि मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन मध्य प्रदेश,कोणार्क का सूर्य मंदिर उड़ीसा, स्वामीनारायण मंदिर, श्री रामेश्वर मंदिर तमिलनाडु,मां वैष्णो देवी गुफा जम्मू, कारगिल पहाड़ी कारगिल, अक्षरधाम मंदिर, सोमनाथ मंदिर, केदारनाथ मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर, दक्षिणेश्वर काली मंदिर, बिरला मंदिर, बेलूर मठ जगन्नाथ मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, मीनाक्षी मंदिर मदुरै, तमिलनाडु कुंभकोणम मंदिर, सुब्रह्मण्यम स्वामी मंदिर, स्वामी मंदिर स्वामीनारायण मंदिर, टोरंटो कनाडा जैन मंदिर,महादेव मंदिर समेत तमाम मंदिरों का पंडाल के रूप में प्रदर्शन किया जा चुका है।
मूर्तिकार आनंदपाल अपने 10 सहयोगियों को लेकर लगातार अथक प्रयास से 21 फीट ऊंची शेर पर सवार होकर महिषासुर का मर्दन करती हुई मां दुर्गा के भव्य मूर्ति साथ में कार्तिक गणेश लक्ष्मी सरस्वती आदि देवी देवताओं की मूर्ति बनाने का कार्य कर रहे हैं इस पंडाल की अनुमानित लागत लगभग 30 से 35 लाख के आसपास है। इसके अध्यक्ष उदय भान सिंह उपाध्यक्ष संदीप सिंह, लोहा सिंह, अजीत सिंह, आनंद कुमार सिंह, मंटू सिंह, बांगुर शुक्ला, अजय सिंह, पप्पू तिवारी, आदि एवं संरक्षक राकेश कुमार,सुभाष ठाकुर, प्रबंधक राम कृष्ण, राज कुमार कोशल,डब्ल्यू मौर्य,मोहित उमर, बबलू अग्रवाल,विजय मोदनवाल, आलोक अग्रवाल, रोहित केसरवानी, राहुल, अभिषेक, मिट्ठू, प्रियांशु, शैलेश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, विराट जायसवाल, शिवम गुप्ता आदि लोग हैं।