लाकडाउन की वजह कोटा रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे, फंसे हुयें छात्रो को सरकार ने वापस लाने के लिए बसो की व्यवस्था की है! इसी क्रम मे जनपद जौनपुर के लिए चली 8 बसो मे 193 छात्र लाये जा रहे है। कोरोना महामारी से सुरक्षा को ध्यान मे रखकर उनके रैपिड टेस्टिंग का निर्णय लिया गया है। जौनपुर के जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आयुक्त वाराणसी मंडल वाराणसी द्वारा 18 अप्रैल 2020 को दी गई सूचना के अनुसार ये बसे कोटा से झांसी होते हुए जौनपुर आ रहे है। इन सभी बच्चों को जनपद के बॉर्डर पर ही बस आने पर रोका जाए तथा इनको खाने-पीने की व्यवस्था की जाए। बस से बच्चों के आने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा किट शासन से उपलब्ध कराई जा रही है। उसी बस से आए हुए बच्चों की रैपिड टेस्ट कराएं। यदि टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उनको घर पर होम क्वॉरेंटाइन के लिए भेजा जाएगा और यह बच्चे 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे। इसके लिए मुख्य राजस्व अधिकारी सुनील कुमार वर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस कार्रवाई को अपनी देखरेख में कराएंगे तथा जिस बॉर्डर से बसे आएंगी उस बॉर्डर पर इन बच्चों के लिए किसी विद्यालय में ठहरने के लिए स्थान तय किया जायेगा।