कल्याण :कोलशेवाङी के दुर्गा मंदिर रोड स्थित सुंदरम अपार्टमेंट मे रहनेवाले सुप्रसिद्ध समाजसेवक एवं भवन निर्माता सरयू प्रसाद मिश्रा उर्फ बाबूजी १८ जुलाई को दोपहर तकरीबन २.३० बजे हम सबका साथ छोङ स्वर्ग सिधार गए। गमगीन चेहरो पर छलकते आसूँओ के साथ उमङे जनसैलाबो ,घनिष्ठ मित्रो और पारिवारिक सदस्यो तथा कुंटुंबजनो ने 19 जुलाइ की सुबह तकरीबन ८.३० बजे विठ्ठलवाङी स्टेशन के बगल स्थित श्मशान मे उन्हे अंतिम विदाई दी।
बता दें कि भदोही जिले के सीतामढी के बगल का बनकट नामक वह गांव जहां श्री मिश्रा जी पले बढे थे बावजूद इसके कल्याण पूर्व से लेकर उल्हासनगर के श्रीराम टाकीज के पीछे स्थित खङेगोलवली परिसर तक सहित कैलाशनगर, सहयाद्रीपार्क तथा चिंचपाङा और विजयनगर के क्षेत्रो मे भी अपने समाजसेवाओ से काफी सुर्खिंयां बटोरे थे।
हर साल होली सम्मेलन के शुभ अवसर पर दुर्गामाता मंदिर के प्रांगण मे होने वाले होली गीत या फाग के गायन वादन के कार्यक्रमो मे कलाकारो का मनोबल बढानेवाले, बेलवरिया धुनो के रसिक बाबूजी की कमी अब हर साल उन श्रोताजनो को भी खलेगी जो बाबूजी के उपस्थिती मात्र से ही कार्यक्रम ऊफान लेने लगता था।
75 वर्ष की आयु मे अपने काया से प्राण पखेरू हो जाने से पहले ही बाबूजी अपने प्रिय सपूत विजय मिश्रा को भी वह समाजसेवा का गुङ सीखा गये है जिसके बदौलत सुप्रसिद्ध नेता एवं भवन निर्माता विजय मिश्रा भी लाखो लोगो के दिलो मे भी अपनी जगह बना लिए है।
यह सब बाबूजी के द्वारा दिए हुए संस्कारो के ही परिणाम के रुप मे हासिल हो रहा है।