सबसे पहले हम आपको बताएंगे कि आपकी कुंडली और वाणी का क्या संबंध है, कुंडली का दूसरा, तीसरा और आठवां भाव वाणी से सम्बन्धित होता है। इन भावों में अशुभ ग्रह होने से किसी भी शख्स की वाणी खराब हो जाती है।
बुध ग्रह का रंग हरा है। वह नौ ग्रहों में शारीरिक रूप से सबसे कमजोर और बौद्धिक रूप में सबसे आगे है। बुध का संबंध बहन, बुआ, बेटी, साली और ननिहाल से होता है। बुध से अच्छी वाणी, तीव्र बुद्धि और अच्छी त्वचा का लाभ मिलता है। बुध कमजोर हो तो कमजोर बुद्धि, वाणी दोष और आर्थिक समस्याएं आती हैं। बुध से लाभ लेने के लिए पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें। साथ ही बुध ग्रह की नाराजगी दूर करने के लिए गाय को हरी घास खिलाएं। धरती और गाय दोनों शुक्र ग्रह का और हरी घास बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है। पृथ्वी के अन्य पेड़ पौधों के मुकाबले घास कमजोर है। बिल्कुल वैसे ही, जैसे अन्य ग्रहों के मुकाबले बुध ग्रह है, लेकिन वह ताकत देने में कम नहीं है। हरी—हरी घास से सजी धरती खूबसूरत और खुश दिखाई देती है। घास यानी बुध और धरती यानी शुक्र। ऐसे में गाय हरी घास खाकर खुश होती है।
ज्योतिष के मुताबिक भाषा या फिर वाणी को सबसे ज्यादा नुकसान राहु और मंगल करते हैं।
यह ग्रह करते हैं वाणी खराब
राहु और मंगल के प्रभाव में व्यक्ति पता नहीं क्या-क्या बोलता है, वो गालियां देने लगता है, शनि का प्रभाव होने के बाद तो अपशब्दों के प्रयोग की आदत पड़ जाती है। बुध के कारण भी व्यक्ति अपशब्द बोलता है हालांकि ऐसी दशा में व्यक्ति अपशब्द हमेशा नहीं बोलता, तो ये वो ग्रह हैं जिनके प्रभाव के कारण अपशब्दों का प्रयोग होता है।
अपशब्दों का अंजाम
अब आपको बताते हैं कि अपशब्द या फिर गालियां देने से क्या असर पड़ता है, अपशब्द बोलने वाले शख्स की आर्थिक हालत खराब हो जाती है। धन के मामले में हमेशा स्थिति ऊपर नीचे वाली बनी रहती है। कभी भी जीवन एख समान रफ्तार से नहीं चल पाता है, जरूरी मौकों पर पैसे की कमी रहती है।
यह बीमारियां हो सकती हैं।
अपशब्दों का प्रयोग करने वाले लोगों को गले या मुंह की बीमारी होने की संभावना भी होती है, इनका बुध कमजोर होता जाता है याद रखने की क्षमता भी कम होने लगती है। जीवन में पतन का सामना करना पड़ता है। जैसे खुद मुसीबत को अपने पास बुला रहे हों, ग्रहों के प्रभाव के कारण ये सब हो सकता है।
कैसे ठीक होगी ये आदत?
जब अपशब्द और गालियां देने के इतने नुकसान हो सकते हैं तो इस आदत को छोड़ देना ही ठीक है, इसके लिए भी हम आपको कुछ उपाय बता रहे हैं, रोज सुबह सूर्य देवता को अर्घ्य दें, उसके बाद मन में जोर_जोर से गायत्री मंत्र का जाप करें।सुबह तुलसी के पत्तों का सेवन जरूर करें। अपने खान-पान को हमेशा शुद्ध और सात्विक रखें। अपने भोजन में दूध से बनी चीजों की मात्रा बढ़ा दें।
रत्नों से मिलेगी राहत
गाली देने की आदत से छुटकारा पाने के लिए आप ज्योतिषी की सलाह भी ले सकते हैं, अगर वो सलाह दें तो एक पीतहरितव्रज धारण करें, इस से आपकी आदत खत्म हो जाएगी, इसके अलावा हरे रंग का प्रयोग बढ़ा दें, चाहे वो कपड़ों में हो या फिर खाने में, हरा रंग अपशब्द बोलने वालों की गंदी आदत छुड़वाने में लाभकारी होता है।