मुंबई के भांडुप पश्चिम इलाके में शनिवार १६ फरवरी २०१९ शाम को संदेश फाउंडेशन परिवार के सदस्यों, शुभ चिंतकों और नागरिकों के बीच फुगावाला कंपाऊंड, क्वारी रोड कार्यालय पर १४ फरवरी २०१९ के दिन पाकिस्तान की शह पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा पुलवामा, जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर किए गए कायराना हमलों के निषेधार्थ और शहीदों के बलिदान के प्रति भाव भीनी श्रद्धांजली प्रदान की गई, पाकिस्तान और जैश -ए- मोहम्मद के निष्कृष्ठ कृत्यों का निषेध किया गया और पाकिस्तानी झंडे जलाये गए।
जहाँ श्रद्धांजली सभा की शुरुआत भारतीय सेना व देश को अपनी सेवा प्रदान करने वाले भारतीय वायुसेना के रिटायर्ड सार्जंट युसुफ खान साहब और वरिष्ठ भाजपा नेता व समाजसेविका सीता दीदी मुखिया के हाथों मोमबत्ती प्रज्वलित और श्रद्धा सुमन अर्पित कर हुआ, शहीदों की आत्म शांति और उनके शहादत के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए सभी ने नम आँखों से दो मिनट का मौन धारण किया और शहीदों के प्रति संवेदना प्रकट की।
सभी लोगों ने भारत माता की जय, वंदे मातरम्, अमर रहे अमर रहे वीर जवान अमर रहे के जयघोष से नागरिकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। उपस्थित लोगों का आतंकवाद और उनके पनाह गार पाकिस्तान के प्रति इतना आक्रोश था कि पाकिस्तान मुर्दा बाद, काश्मीर को क्या देंगे पूरा पाकिस्तान ही ले लेंगे, तुम दुध मांगेंगे तो खीर देंगे, काश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे, अब तो नगारा बज ही चुका है सरहद पर शैतान का नक्शे पर से नाम मिटा दो पापी पाकिस्तान का आदि नारों से पूरा परिदृश्य क्रोध की ज्वाला में धधक रहा था।
वायुसेना के रिटायर्ड सार्जंट युसुफ खान ने संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आवाहन करते हैं कि “ना रहेगा बाँस ना बजेगी बाँसुरी” वाली कहावत को चरितार्थ करें ताकि ना रहेगा पाकिस्तान ना पैदा होंगे आतंकवादी। भारतीय नागरिकों का आक्रोशित मन शहीदों के शहादत पर पाकिस्तान से आरपार की लड़ाई चाहता है।
संस्था के संस्थापक अध्यक्ष संजय शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि हर भारतीय आहत मन से पहले चोट फिर वोट चाहता है साथ ही घर में आतंकवाद को पनाह और बचाव करने वाले हर उस सूअर नेता और लोगों को मार गिराए जो इनको बचाने की पैरवी करता हो।