रिपोर्ट : बृजेश दुबे
एक तरफ जहां मुम्बई मे गुटखे पर पूरी तरह से प्रतिबंध हैं जगह-जगह छापेमारी करके इस तरह कें पदार्थों की खेप पकड़ी जाती रही हैं, उसके बावजूद भी चोरी छूपे हर जगह पर ये घातक पदार्थ उपलब्ध हैं और जब कानून को ठेंगा दिखाते हुये खुलेआम गुटखे की खरीद-फरोख्त निर्बाध रूप से जारी हो तॊ प्रशासन की संलिप्तता से किसी भी प्रकार इनकार नही किया जा सकता।
गौरतलब हो की कल्याण पश्चिम रेलवे स्टेशन परिसर मे अवैध रूप से गुटखे और सिगरेट की बिक्री करने वाले बाकायदा छोटी-छोटी पेटियों मे इस तरह कें प्रतिबंधित द्रव्यों कें साथ अपनी दुकान सजाकर बैठते हैं। उनको रेलवे प्रशासन से कार्यवाई क़ा कोई भय नही टिकट खिड़की कें पास इसी तरह की दुकान चलाने वाली शबाना कें अनुसार प्रशासन इस तरह दुकान लगाने कें बदले मे हफ्ता वसूली करता हैं। और समय से हिस्सा पहुँच जाने कें बाद कोई भय नही रहता दूसरी तरफ रेलवे कें अधिकारी पूरी तरह से अनभिज्ञता जाहिर करते हुये कार्यवाई कें नाम पर मौन साध लेते हैं !