कल्याण। रेल्वे जंक्शन के दो ही किलोमीटर के हद में पश्चिमी तरफ के रामबाग परिसर की एक 54 वर्षीय महिला सुमंगला वाघ संभवतः अपने गृहक्लेशो से आजिज आकर आत्महत्या के इरादो के साथ रेल्वे पटरी पर 30 अगस्त को तकरीबन 9:20 बजे सुबह-सुबह ही चक्कर काटने लगी, जबकि उसी पटरी से पुष्पक एक्सप्रेस गुजरनेवाली थी।
खतरे को भांपकर इस बहादुर कांस्टेबल जीतेन्द्र यादव ने उस महिला को बहुत जोर से दूर हटने हेतु फटकार लगायी लेकिन उस समय अपना आपा खोयी महिला पटरी पर आकर लेट गयी तभी ट्रेन को और करीब आते देख कांस्टेबल श्री यादव अपने सहकर्मी छोटेलाल के साथ चालक को आवाज देते हुए एवं अपनी बहादुरी स्वभाव से कुछ ही मिनटो के भीतर उस लेटी हुई महिला को पटरी से बाहर खींच लिया जिस कारण उस महिला की जान बाल-बाल बच गयी।
बातचीत के क्रम में जानकारी मिली कि 32 वर्षीय कांस्टेबल जीतेन्द्र यादव का पैतृक गांव उतर प्रदेश स्थित देवरिया जिले के गौरीबाजार से नजदीक रामलछन गांव है जहां श्री यादव का बचपन बीता है। उनकी बहादुरी के इस कारनामे से उनके वरिष्ठ अधिकारीगणो ने उन्हे काफी शाबाशी दिए तथा उनके गांववाले भी उनकी बहादुरी के इस किस्से को सुनकर काफी गर्वित महसूस कर रहे है।