मुंबई में प्रीमियम ट्रेनों के एसी कोच से लाखों की चोरी करने वाले पेशेवर चोर को रेलवे सुरक्षा बल ने धर दबोचा। उस वक्त आरोपी रेलवे के टिकट काउंटर से अपने अनारक्षित टिकट का रिफंड इकट्ठा करने आया था। आरोपी ने दो फेक आईडी का इस्तेमाल करके रेलवे टिकट बुक कराए थे। गिरफ्तार आरोपी की पहचान वसई रोड निवासी विपुल भवरलाल जैन (35) के रूप में हुई है। विपुल को आरपीएफ जवानों ने मुंबई सेंट्रल-जयपुर सुपरफास्ट में चोरी करने के 14 घंटे के अंदर रतलाम स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
वेस्टर्न रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ‘उसने बताया कि वह कई प्रीमियम ट्रेनों के एसी फर्स्ट क्लास और सेंकडक्लास कंपार्टमेंट में चढ़कर 6 चोरियां कर चुका है। वह खासकर सूरत और रतलाम सेक्शन के बीच लोगों को विक्टिम बनाता है और अपने साथी हितेंद्र कुमार मोदी और विकेश कुमार जैन की मदद से चोरी करता है।’ वेस्टर्न रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, ’28 नवंबर को यात्री सुनील बफन जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के एचए/1 कोच से सफर कर रहे थे। उन्होंने देर रात कोटा स्टेशन में शिकायत की कि उनका मोबाइल फोन और लगेज, जिसमें 10 लाख की कीमती ज्वेलरी थी, वह वडोदरा और नांदेड़ स्टेशन के बीच गायब हो गया है। उन्हें इस बारे में तब पता चला जब ट्रेन नागदा स्टेशन पहुंच गई।’ कोटा में मौजूद सिक्यॉरिटी कंट्रोल ने नागदा स्टेशन पर सीसीटीवी फुटेज चेक किए। सीसीटीवी फुटेज को चेक करने के दौरान एक शख्स रतलाम स्टेशन पर एचए-1 कोच से उतरते हुए दिखा। इस फुटेज को यात्री के वॉट्सऐप पर तुरंत भेजा गया और उसने अपने बैग को पहचान लिया। इसके बाद वेस्टर्न रेलवे के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त एके सिंह ने संदिग्ध को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की। टीम ने यात्री का रिजर्वेशन चार्ट और रूट में आने वाले स्टेशन-भिलाद, सूरत, बड़ौदा, रतलाम, नागदा, कोटा और जयपुर के सीसीटीवी फुटेज एकत्रित किए। सीसीटीवी फुटेज में वही शख्स सूरत स्टेशन में दिखा। पुलिस को पता चला कि उसने सूरत के पास भिलाद से रतलाम जाने के लिए टिकट बुक कराया था। आगे की जांच में सामने आया कि उसने जयपुर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस से रतलाम से वापसी का टिकट 28 नवंबर के लिए बुक कराया था जो कि कंफर्म नहीं हुआ था। एक वेस्टर्न रेलवे अधिकारी ने बताया, ‘आरपीएफ ने उसका इंतजार करने का फैसला किया। 28 नवंबर की शाम वह रतलाम के रिजर्वेशन सेंटर में अपने रिटर्न टिकट को कैंसल करने के लिए आया तभी आरपीएफ की टीम ने उसे धर दबोचा। पूछ-ताछ में उसने बताया कि उसका नाम विपुल भवरलाल जैन है हालांकि उसने अपना ट्रेन टिकट विकेश कुमार जैन के नाम से बुक कराया था। उसके पास से चोरी का सारा सामान जब्त कर लिया गया।’बाद में उसे जीआरपी नागदा के हवाले कर दिया गया। एके सिंह ने बताया, ‘हम आशा करते हैं कि उसकी गिरफ्तारी से हम प्रीमियम ट्रेनों में कई चोरी के मामलों का खुलासा कर सकेंगे। वह अब तक 6 चोरियां कर चुका है।