ठाणे। भारतीय जनभाषा प्रचार समिति ठाणे एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद् कोंकण प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार, २९/०२/२०२० मुन्ना विष्ट कार्यालय सिडको ठाणे में मराठी दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय साहित्य परम्परा, साहित्य विधा लेखन व साहित्यिक संस्थाओं के सांगठनिक स्वरूप पर संगोष्ठी के साथ भव्य कविगोष्ठी का आयोजन किया गया जो दो सत्रों में विभक्त था।
प्रथम सत्र अखिल भारतीय साहित्य परिषद के द्वारा साहित्य परिचर्चा की गयी।जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय साहित्य परिषद महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष एवं भारतीय जनभाषा प्रचार समिति ठाणे के अध्यक्ष रामप्यारे सिंह रघुवंशी ने की। उक्त संगोष्ठी में प्रमुख अतिथियों में वरिष्ठ साहित्यकार इन्द्रबहादुर सिंह (संस्थापक- भा.ज.भा.समिति), ऋषि कुमार मिश्र -राष्ट्रीय महामंत्री (अ.भा.सा.परिषद), दिनेशप्रताप सिंह जी, राष्ट्रीय मंत्री (अ.भा.सा.परिषद्), सुनील वारे संगठन मंत्री(अ.भा.सा.परिषद्, महाराष्ट्र) विशेष रूप से उपस्थित थे। मंच संचालन अ•भा•सा•प• महाराष्ट्र के सचिव संजय द्विवेदी ने की।
दूसरे सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार नंदलाल क्षितिज ने की,मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ कवि जवाहर लाल निर्झर, कंचन सिंह, ऊषा गनिवाल उपस्थित थी। जिसका संचालन आर पी सिंह रघुवंशी ने बखूबी किया। उक्त विशेष काव्यगोष्ठी में उपस्थित साहित्यकारों में आ.भुवनेंद्र सिंह बिष्ट, विनय कुमार सिंह, ओमप्रकाश सिंह, विनय शर्मा ‘दीप’, नंदलाल क्षितिज, डाॅक्टर वफा सुल्तानपुरी, सत्यदेव विजय, शिव शंकर मिश्रा, अनिल कुमार राही, मुन्ना मयंक यादव (पत्रकार), आर जे आरती सैया हिरांशी, पूनम खत्री, कंचन सिंह, शोभा स्वप्नील खंडेलवाल, जवाहर लाल निर्झर, बील शर्मा कुंवारा, रामजी कन्नौजिया, रामजीत गुप्ता, रवि यादव, लालबहादुर यादव कमल, उमाकांत वर्मा, दयानंद पाठक, अल्हड़ असरदार, उमेश मिश्रा, त्रिलोचन सिंह अरोरा, कुलदीप सिंह दीप, कमलेश पांडे तरूण, कल्पेश यादव, के एस शास्त्री, संतोष पाण्डेय (कवि,पत्रकार), सुशील कुमार सिंह,रमाशंकर यादव आदि उपस्थित थे।
उक्त समारोह का संयोजन संजय द्विवेदी (सचिव-अ•भा•सा•प) एवं विनय शर्मा दीप (सचिव-भाजभा प्रचार समिति) ने किया।समारोह के अंत में संस्था अध्यक्ष रघुवंशी जी ने उपस्थित सभी साहित्यकारों, पत्रकारों एवं श्रोताओं का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया और गोष्ठी का समापन राष्ट्रगान के साथ संपन्न किया।