ठाणे। पडवल नगर में साहित्य- समाज के दर्पण के डॉ. रामनाथ राना की अध्यक्षता एवं मुख्य अतिथि डॉ. कृपाशंकर मिश्र, संयोजक भोलानाथ तिवारी ‘मूर्धन्य’ के सानिध्य में समाज व मानव जीवन के उत्थान हेतु किस प्रकार की सफल नीतियाँ, संकल्प योजनाएं बनाई जायें, कि संस्था की उन्नति, प्रगति, व्यक्तिगत रुप से आपसी सौहार्द में भाईचारा, विश्वास, और आर्थिक सहयोग से संस्था को अनवरत आगे बढ़ाया जाये। सभी ने अपने उत्तम विचार रखे। जिससे संस्था का उत्तरोतर विकास और खूब प्रचार, प्रसार विश्व स्तर पर हो।
सूत्र संचालन श्रीराम शर्मा ने किया। यद्यपि इस महामारी की विषम परिस्थिति में सभी पदाधिकारियों का सभा में सम्मिलित होना संभव नहीं था। तथापि अधिकतम लोगों ने शिरकत किया तथा सभी उपस्थित साहित्यकारों ने संस्था की बहुमुखी उन्नति – प्रगति के बारे में भिन्न- भिन्न प्रकार की योजनाओं और कार्य पद्धति के लिए बेहतरीन सुझाव दिए। कार्यक्रम बेहद सफल संपन्न हुआ।
राजित राम तिवारी का भाजपा कार्यालय खचाखच भर जाने के बाद, बहुत से कवियों को प्रांगण में बैठाने की व्यवस्था की गई। यद्यपि जमावड़ा तो बहुत था, लेकिन विभिन्न साहित्यकारों और कवियों में डॉक्टर कृपा शंकर मिश्रा, डॉक्टर रामनाथ राणा, राजित राम तिवारी, श्रीराम शर्मा, सुनील गाला, सुनील राणा, प्रेम चंद्र दुबे, भोलानाथ जी तिवारी मूर्धन्य, प्रोफ़ेसर विजय नाथ मिश्रा, संकटा प्रसाद तिवारी, सभापति प्रसाद तिवारी आदि लोगों की उपस्थिति प्रशंसनीय थी। अंत में संस्था के उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम आयोजक राजित राम तिवारी ने सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।