भदोही। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और डाॅलर के मुकाबले रूपये की गिरती कीमत पर केन्द्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ कांग्रेस, सपा सहित अन्य विपक्षी दलों ने भारत बंद को लेकर सड़क पर उतरे। जहां भदोही में काग्रेंस नेता मुशीर इकबाल के नेतृत्व में स्टेशन पहुंचकर प्रधानमंत्री का पुतला फूंका गया। वहीं समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जाहिद बेग के नेतृत्व में जुलूस निकालकर सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता तहसील पहुंचकर प्रदर्शन किया। जुलूस व प्रदर्शन के दौरान जमकर सरकार विरोधी नारे लगाये गए। काग्रेंस के भारत बंद को लेकर आज भदोही जनपद में बंद का कुछ खास असर नहीं दिखा।
हालांकि जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डा. नीलम मिश्रा के नेतृत्व में ज्ञानपुर में किया गया प्रदर्शन रंग लाया और उनके अनुरोध पर ज्ञानपुर के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद करके सहयोग दिया। ज्ञानपुर में लगभग दो घंटे तक दुकानें बंद रही। श्रीमती मिश्रा का कहना है कि जिले में मंहगाई को लेकर किया गया प्रदर्शन पूरी तरह सफल रहा। जिलेवासियों ने बंद का समर्थन करके यह दिखा दिया कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों से बढ़ी महंगाई से सभी त्रस्त हैं।
इस बीच गोपीगंज में काग्रेंसियों ने दुकाने बंद कराने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पायी। भारत बंद को लेकर सुबह से ही जिले में पुलिस का चाक-चौबंद व्यवस्था देखा गया। जिले के एंटेलिजेंस यूनिट भी सक्रिय रही तथा जुलूस मार्ग व धरना स्थल पर एंटेलिजेंस की टीम नजर आयी। भदोही शहर में काग्रेंस नेता मुशीर इकबाल के नेतृत्व में काग्रेंसियों ने जुलूस निकाला। शहर भ्रमण के बाद काग्रेंसी भदोही रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका। इसी तरह समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जाहिद बेग सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ रजपुरा चौराहे पहुंचे। जहां से जुलूस निकाला और तहसील पहुंचकर प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के जुलूस व प्रदर्शन में हसनैन अंसारी, शोभनाथ यादव, पन्ना लाल यादव, अलीशेर खां, टोनी मंसूरी, राजकुमार यादव, संतोष यादव, देवा जायसवाल, नवीन यादव, रामराज यादव, अख्तर खां आदि शामिल रहें।
इसी तरह काग्रेंसियों में मुशीर इकबाल, मसूद आलम, संजीव दुबे, कमर मलिक, काशीनाथ आदि काग्रेंसी कार्यकर्ता मौजूद रहें। काग्रेंस के भारत बंद के आह्वाहन पर जिले में काग्रेंस पूरी तरह असफल रही। भारत बंद के कार्यक्रम में जहां सड़कों पर सपाई हाथों में झंडा लिये वहीं भदोही शहर छोड़ जिले में काग्रेंस पूरी तरह अपने कार्यक्रम में असफल रही। गोपीगंज व ज्ञानपुर में प्रतिदिन की तरह दुकानें खुली देखी गई।
गोपीगंज प्रतिनिधि शेरू दूबे के अनुसार कांग्रेस पार्टी के भारत बंद के आवाहन पर कांग्रेसी पदाधिकारीयों और कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में एक्के घोड़े की सवारी बनकर नगर भ्रमण किया।
गोपीगंज नगर कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता माबूद खा व संतोष सिंह बघेल के नेतृत्व में एक्के घोड़े पर सवार होकर ज्ञानपुर रोड से सैकड़ों की संख्या में निकले कांग्रेस कार्यकर्ता नगर के सदर मोहाल, पश्चिम मोहाल,अंजहि मुहाल, मिर्जापुर रोड,खड़हट्टी ,राजमार्ग होते हुए ज्ञानपुर रोड पहुंचकर जुलूस को समाप्त किया। इस दौरान जुलूस में शामिल लोगों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगा कर बढ़ती महंगाई पर विराम लगाने की मांग करते रहे। माबूद खान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार सिर्फ बड़े लोगों के ताने बाने बनाने में लगी है उन्हें छोटो का ख्याल नहीं है बढ़ती महंगाई में जहां व्यापारी वर्ग परेशान है वही आम जनमानस की हालत खस्ताहाल हो चुकी है और केंद्र सरकार प्रतिदिन कोई न कोई सामान का वृद्धि कर महंगाई को गरीबों के ऊपर थोप रही है। जो सरासर अन्याय है। संतोष सिंह बघेल ने कहा कि बेतहाशा पेट्रोल डीजल की बृद्धि करना क्या आम जनमानस के ऊपर अत्याचार नहीं है वही कांग्रेसके देशव्यापी बंदी के मद्देनजर गोपीगंज कोतवाल शेषधर पांडे मय फोर्स जुलूस के आगे पीछे चलते नजर आए इस अवसर पर लल्लन मिश्रा, बबलू खान, परवेज हाशमी, राजेश विश्वकर्मा, यूसूफ, सलाउद्दीन, शशांक तिवारी, अब्दुल कादिर, अमरजीत, नूर आलम, रेहान समेत भारी संख्या में लोग रहे।
महाराजगंज प्रतिनिधि सुशील मिश्रा के अनुसार में महराजगंज बाजार में पूरी तरह शान्ति रही और दुकानें खुली रही। बंद को कोई असर नहीं देखा गया। यहीं हाल बाबूसराय, औराई, खमरिया, उगापुर में रहा। शान्ति व्यवस्था के मद्देनजर कोतवाल सुनील दत्त दूबे चक्रमण करते देखे गये।
जंगीगंज प्रतिनिधि अनुज गुप्ता साजन व विकास सोनी ने बताया कि जंगीगंज में सभी दुकानें प्रतिदिन की तरह खुली रही। किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। वहीं सीतामढ़ी प्रतिनिधि संजय मिश्रा के अनुसार कोईरौना बाजार, सीतामढ़ी में भी बंद का असर नहीं था।
मोढ़ प्रतिनिधि कृष्ण कुमार द्विवेदी के अनुसार मोढ़, सुरियावां, करियांव बाजार, दुर्गागंज आदि जगहों पर प्रतिदिन की तरह दुकानें खुली रही।