Home जौनपुर रसोई से बाहर निकल कर चुनाव मैदान में ताल ठोंक रही सोनम

रसोई से बाहर निकल कर चुनाव मैदान में ताल ठोंक रही सोनम

1545
0

जौनपुर। अभी तक आपने यहीं सुना होगा कि पंडित जी अपने जजमानों से दक्षिणा में अनाज या धनादि स्वीकार करते हैं, किन्तु इस चुनाव में कुछ अजब गजब भी देखने को मिल रहा है। एक कर्मकांडी पंडित जो पूजा पाठ करके लोगों को धर्म के प्रति जागरूक करते हैं, लेकिन अबकी बार चुनाव आया तो पंडित जी दक्षिणा में वोट मांगने निकल पड़े हैं।
अरे भाई ! गलतफहमी मत पालिये ! पंडित जी न तो चुनाव लड़ रहे हैं और न ही अपने लिये वोट मांग रहे हैं। बल्कि चुनाव मैदान में रसोई से बाहर निकल कर उनकी अनजु वधू सोनम पाण्डेय चुनाव मैदान में जब ताल ठोंकी तो पंडित जी भी अपने धर्म का पालन करते हुये उन्हें जीताने के लिये दक्षिणा में वोट मांगने निकल पड़े।
वैसे भी सनातनी परंपरा में अर्धनारीश्वर का बड़ा महत्व है। शिव को पूजो तो पार्वती और पार्वती को पूजो तो शिव को खुश हो जाने की मान्यता है। शिव के ईश्वरत्व का सम्मान पार्वती को मिलता है। इसी तरह पार्वती के शक्ति तत्व का श्रेय शिव के हिस्से में चला जाता है।
कुछ ऐसा ही पंचायत चुनाव में देखने को मिल रहा है। पति के व्यक्तित्व की कीर्ति पत्नी के हिस्से में आ गई है। पर्दे की दुल्हन पलक झपकते ही नेता बन गई है। उक्त तथ्य जौनपुर जनपद के बरसठी ब्लाक स्थित ग्राम विजय गिरी पोखरा निवासी मुकेश पांडे की पत्नी सोनम पांडे पर सटीक बैठ रहा है। कई हिंदू संगठनों के जिला पदाधिकारी मुकेश पांडे एमबीए डिग्री धारी हैं। श्री पांडे इस बार जौनपुर के वार्ड 53 से जिला पंचायत सदस्य के दावेदार थे। किंतु स्थिति करवट बदली और सामान्य महिला हो गई। श्री पांडे हिम्मत नहीं हारे और अपने स्थान पर पत्नी सोनम को उम्मीदवार बना दिया है। कल तक चूल्हे चौके तक सिमटी उनकी धर्मपत्नी आज जिला पंचायत सदस्य की प्रत्याशी बन गई है। श्री पांडे के समर्थकों ने नारा बदल दिया है। मुकेश भैया पर्दे में हो गए सोनम भाभी मैदान में आ गई हैं। कहा जाने लगा है कि सबको देखा बार-बार.. सोनम भाभी अबकी बार..। सोनम के प्रचार में एक रोचकता तब और जुड़ गई जब मुकेश पांडे के बड़े भाई कर्मकांडी आचार्य पंडित अशोक पांडे दक्षिणा में अनुज बधु के लिए वोट मांगने निकल पड़े। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो सोनम की दावेदारी उन चेहरों को सकते में ला दी है। जो खुद को जीतने का दावा करते प्रचार में लगे थे।

Leave a Reply