खबर जनपद भदोही के तहसील ज्ञानपुर थाना ऊंज अंतर्गत सोबरी गावं से है जहां आए दिन बुजुर्ग महिला का छोटा बेटा अपनी ही मां पर अत्याचार करता है। बेटे के अत्याचार से तंग आकर बुजुर्ग महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी भदोही राम बदन सिंह से अपनी रक्षा की गुहार लगाई।
बताते चलें कि बुजुर्ग महिला कृष्ण कुमारी पत्नी स्वर्गीय दिवाकर शुक्ला ने बताया कि उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं। दो बेटे और दो बेटियों का विवाह कर चुकी हैं। बेटी अपने ससुराल में है। और दो बेटे बड़ा बेटा नागेश व मझला बेटा निलेश परदेस में रहकर अपनी रोजी रोटी कमाते हैं। जबकि छोटे बेटे ईश्वर चंद की शादी नहीं हुई है और वह गांव में ही रहता है। बुजुर्ग महिला के अनुसार काफी समय पहले उनके जेठ शशि भूषण व बृजभूषण से बुजुर्ग महिला व उनके बेटे का विवाद हो गया था। मामले में मुकदमा भी हुआ था । लेकिन कुछ ही समय बाद बुजुर्ग महिला के दोनों जेठ शशि भूषण व बृजभूषण द्वारा महिला के छोटे बेटे ईश्वर चंद्र को बहला-फुसलाकर मुकदमा वापस ले लिया गया। इसके बाद बुजुर्ग महिला के छोटे बेटे ईश्वर चंद को इसी तरह बार-बार फुसलाकर बुजुर्ग महिला के ख़िलाफ़ कर दिया गया। अब हालत यह है कि छोटा बेटा अपने दोनों बड़े पिताजी शशि भूषण व बृजभूषण के बहकावे में आकर अपनी माता के साथ दुर्व्यवहार करता है। उसने बुजुर्ग महिला का जीना दुश्वार कर दिया है। हैरानी की बात तो यह है कि जब महिला का छोटा बेटा उस पर अत्याचार करता है तो डर के मारे आसपास के लोग बचाने भी नहीं आते इसका कारण यह है कि महिला का छोटा बेटा व बुजुर्ग महिला के दोनों जेठ फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हैं। और ऐसा भी कई पड़ोसियों के साथ पहले भी कर चुके हैं। इसलिए जब भी बुजुर्ग महिला के साथ अत्याचार होता है कोई बचाने नहीं आता। बुजुर्ग महिला ने बताया कि प्रशासन की मौजूदगी में मेरे पति की जायदाद को चार हिस्से में बांटा गया था। तीन हिस्सा मेरे तीनों बेटों को दिया गया और चौथा हिस्सा जीवन यापन के लिए मुझे दिया गया। मैं जब तक जीवित हूं जमीन के चौथे हिस्से पर बुवाई जुताई करवा कर अपना जीवन यापन करूंगी। मेरे ना रहने के बाद मेरे हिस्से की भी संपत्ति मेरे तीनों बेटों को मिल जाएगी। मेरा छोटा बेटा मुझ पर अत्याचार करता है और कहता है कि अपने हिस्से की संपत्ति भी मुझे दे दो वरना तुम्हारा जीना दूभर कर दूंगा। महिला ने बताया कि वह कई बार थाने का चक्कर लगा चुकी है। लेकिन थाने के पुलिस चुप रह कर मेरे साथ हो रहे अत्याचार का तमाशा देखती है। थक हार कर महिला ने भदोही एसपी से गुहार लगाई। महिला ने कहा कि उसे आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि एसपी साहब जनप्रिय न्यायप्रिय व्यक्तित्व के धनी हैं। वे मेरे साथ न्याय जरूर करेंगे। अब यदि बुजुर्ग महिला की बात पर गौर किया जाए तो कोई भी मां किसी भी हालत में अपने बच्चे का बुरा नहीं चाहेंगी । मामले को देखकर यही लगता है कि कहीं ना कहीं बुजुर्ग महिला के साथ अत्याचार हो रहा है तभी महिला अपने ही बेटे के खिलाफ उठ खड़ी हुई है। पुलिस के अधिकारियों को किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले कहीं ना कहीं उक्त ग्राम सभा के तहसील स्तर के अधिकारियों से एक बार उक्त मामले की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए। यदि महिला की बात मानी जाए तो थानाध्यक्ष ऊंज पर कार्यवाही होनी चाहिए । महिला ने कहा कि थानाध्यक्ष साहब कहते हैं कि यह जमीन का मामला है। हां ठीक है यह जमीन का मामला है। लेकिन पुलिस का काम किसी के ऊपर हो रहे अत्याचार को रोकना भी है। मेरा छोटा बेटा मुझ पर लगातार अत्याचार करता है क्या यह भी जमीन का मामला है। क्या अपनी ही मां पर अत्याचार करने के जुर्म में छोटे बेटे पर कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। यदि किसी पर हो रहे अत्याचार को रोकना पुलिस की जिम्मेदारी है तो अब तक बुजुर्ग महिला के छोटे बेटे के ऊपर कार्यवाही क्यों नहीं हुई। पीड़ित महिला ने बताया कि उनके दोनों जेठ जिनके बहकावे में आकर छोटा बेटा अपनी ही मां के साथ मारपीट करता है दबंग किस्म के व्यक्ति हैं। उनके पास काफी पैसा है। बार-बार कहते हैं कि अपने पैसे के बल पर तुम्हारा जीना दूभर कर दूंगा।