नए परिसीमन के बाद वर्ष 2012 से अस्तित्व में आया जौनपुर जिले का मल्हनी विधानसभा क्षेत्र पहले रारी के नाम से जाना जाता था। यहां अब तक हुए चुनावों में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड सपा के पारसनाथ यादव के नाम पर है। वहीं सबसे कम अंतर से चुनाव जीतने वाले राजबहादुर हैं।
सिकरारा, बक्शा और करंजाकला ब्लॉक के अधिसंख्य और सिरकोनी ब्लाक के कुछ हिस्सों को मिलाकर मल्हनी (पहले रारी) विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ है। वर्ष 2012 में मल्हनी सीट पर हुए पहले चुनाव में सपा के पारसनाथ यादव ने रिकार्ड 81602 वोट पाकर निर्दल उम्मीदवार डॉ. जागृति सिंह को 31502 वोटों के अंतर से हराया था। डॉ. जागृति को 50100 वोट मिले थे। वहीं, सबसे कम अंतर से जीत वर्ष 1977 में जनता पार्टी के राजबहादुर को हासिल हुई थी। उन्होंने महज 1219 वोटों के अंतर से कांग्रेस के सूर्यनाथ को शिकस्त दी थी। राजबहादुर के 34730 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सूर्यनाथ उपाध्याय को 33511 वोट प्राप्त है।
मंगलवार को मल्हनी सीट पर 3 नवंबर को हुये उपचुनाव के वोटों की मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हो गयी थी। पहले राउंड में यहां से निर्दलीय उम्मीदवार धनंजय सिंह, सपा के लकी यादव से 1151 वोटों से आगे थे। धनंजय सिंह को 2744 वोट मिले, सपा के लकी यादव को 1593 मत मिले।वहीं, दूसरे राउंड में धनंजय सिंह को 4594 और लकी यादव 3483 वोट मिले थे। तीसरे राउंड में धनंजय सिंह को 7589 वोट, लकी यादव को 6353 वोट और चौथे राउंड में धनंजय सिंह को 10396 वोट और सपा के लकी यादव को 8456 वोट मिले हैं। पांचवे राउंड में धनंजय सिंह को 17684 वोट और सपा के लकी यादव को 12303 वोट मिले।
सातवें राउंड में धनंजय सिंह को 21928 वोट और सपा के लकी यादव को 13980 वोट मिले।परंतु अंतिम राउंड तक पहुँचते -पहुँचते लकी यादव को 72834 तथा धनंजय सिंह को 68375 वोट मिले और इसी के साथ सपा प्रत्याशी लकी यादव 4459 मतों के अंतर से विजयी घोषित हुए। जबकि भाजपा के मनोज सिंह को 28781, बसपा के जय प्रकाश दुबे को 25120 और कांग्रेस के
राकेश मिश्र काे 2580 वोट मिले थे।