सीएनजी पम्म के हड़ताल से रूक गये आटो के पहिये
सूरत। सूरत के सी एन जी पम्प वालो की हड़ताल से सूरत की ऑटो रिक्शा चालकों की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गयी है । पम्प मालिक सी एन जी के दाम बढ़ाने के लिए अनिश्चित काल तक के लिए हड़ताल पर है । सी एन जी पम्प मालिकों का कहना है कि जब तक सी एन जी के दाम पर मिलने वाला सब्सिडी नहीं बढ़ेगा तब तक वो इसी तरह के हड़ताल पर रहेंगे ।
हड़ताल के आज तीसरे दिन भी सूरत सिटी के सभी सी एन जी पम्प बन्द रहे। वहीं सी एन जी पम्प चालू रहे जहाँ पेट्रोल और डीज़ल के साथ सी एन जी तीनों की सुविधा है । प्रशासन का निर्देश था कि जहाँ पेट्रोल डीजल के साथ सी एन जी पम्प है वो सी एन ji पम्प चालू रहेंगे ।ऐसे पम्प अधिकतर सूरत सिटी से बाहर ही है। जहाँ अभी तक दो दो किलोमीटर तक लाइन लगती है । रिक्शा चालकों का कहना है कि जब हम लोग तीन से चार घंटे लाइन में लग कर गैस भरायेंगे तो कब रिक्शा चलाएंगे जो उनका रोजगार है जिससे उनके परिवार का खर्च चलता है । जो रिक्शा चालक भाड़े से रिक्शा चला रहे है उनका कहना है कि हम लोग पिछले तीन दिन से अपने घर से रिक्शा का भाड़ा भर रहे है ।
तीन दिन के बाद भी अभी तक कोई निदान नहीं हुआ जिससे रिक्शा चालको में बहुत निराशा का भाव साफ साफ देखा जा रहा है। ऐसा भी सुनने को मिला है कि 27 जुलाई से जो सी एन जी पम्प चालू थे वो भी बंद हो जाएंगे । तब सूरत की याता यात व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ जाएगी ।
अब सवाल उठता है कि पम्प मालिक और सरकार इस मामले के प्रति कितना गंभीर है तीन दिन के बाद आखिर गुजरात सरकार क्यों इस बात से अभी तक कोई फैसला नही ले पा रही है । सरकार और पम्प मालिक का विवाद कब तक ऐसे ही चलता रहेगा जिसमे हजारों की संख्या में रिक्शा चालक अपनी जीविका से वंचित रहेंगे जो अधिकतर up और विहार से है ।रिक्शा चालक जो किसी प्रकार से गैस पा जाते है वो यात्रियों से डबल भाड़ा वसूल रहे है । उनका कहना है कि क्या करे जब तीन से चार घंटे लाइन में रहकर गैस भरा रहा है वो कैसे अपना खर्च पूरा करेगा उनकी भी मजबूरी है ।