पुलिस की वर्दी को देखकर अपराधी ही नहीं बल्कि आम लोगों में भी खौफ पेदा हो जाता है, लेकिन यह क्या हुआ कि एक दरोगा जी इस व्यक्ति के सामने असहाय नजर आये और सरे राह पिटते रहे। अच्छा यह हुआ कि लोगों ने दौड़कर उन्हें बचा लिया अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। दुखद तो यह रहा कि अपनी लेट लतीफी के लिये मशहूर यूपी पुलिस के जवान अपने ही दरोगा जी को बचाने के लिये मौके पर नहीं आये। मामला युपी के भदोही जिले के रजपुरा पुलिस चौकी का है।
भदोही कोतवाली के रजपुरा पुलिस चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज आर पी सिंह सोमवार की रात करीब साढ़े नौ बजे अपनी बाइक द्वारा नगर की तरफ जा रहे थे। जब वे औराई रोड पर मुड़े तो वहीं पर खड़ा एक व्यक्ति उनके साथ अपशब्दों का प्रयोग करने लगा। लिहाजा वे रूक गये और उसे डांटने लगे। तभी वह व्यक्ति दरोगा जी पर थप्पड़ चला दिया। वह व्यक्ति इतने पर ही नहीं रूका बल्कि अपना बेल्ट निकालकर उन्हें लगातार पीटने लगा। हालात यह हुई कि दरोगा जी सड़क पर गिर गये। तभी वह व्यक्ति एक बड़ा सा पत्थर उठाकर उन्हें मारने जा रहा था। यह देखकर आसपास के लोगों ने दौड़कर उसे पकड़ लिया और दरोगा जी की जान बचायी। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
बताते हैं कि भगौतीप्रसाद का पुत्र राजन नामक उक्त व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त है और वह किसी पर भी हमला बोल देता है। एक बार उसने कुछ पुलिसकर्मियों पर भी हमला कर दिया था जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया किन्तु जेल वाले भी उसके व्यवहार से परेशान हो गये थे।
फिलहाल कई महीनों तक रजपुरा पुलिस चौकी पर तैनात रहे दरोगा जी का तबादला खमरिया पुलिस चौकी पर हो चुका है और वे मंगलवार को वहां का चार्ज भी लेने वाले थे किन्तु उससे पहले यह हादसा हो गया। बताया जाता है कि घटना के बाद उन्होंने अपने सहकर्मिर्यो को फोन भी किया किन्तु उनके सहयोग में कोई भी नहीं आया।