सूरत : जी हाँ सुनकर अजीब सा लग रहा होगा पर ये सत्य है, हुआ यूं कि हमार पूर्वान्चल सूरत की टीम 14 अप्रैल को सूरत के नवसारी लोकसभा के चुनावी माहौल का आंकलन करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों के चुनावी कार्यालयों पर एक सर्वेक्षण के लिए निकली तो कुछ इसी तरह का माहौल मिला जो कही न कही “कही खुशी,कही गम” को पूरी तरह से महसूस करा रही है। जहां बीजेपी के कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों, विभिन्न प्रदेश से आये हुए कलाकारों के अनेकानेक छोटे-छोटे कार्यक्रम गली मोहल्लों में रख कर जनता को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है, वही कांग्रेस के कार्यकर्ता चुनाव कार्यालयों पर बैठ कर एक दूसरे से हँसी ठिठोली करके समय व्यतीत कर रहे है
हमार पूर्वान्चल की टीम ने जब इन कार्यकर्ताओ से इस बात की वजह जाननी चाही तो उनके जवाब बहुत ही निराशा भरे मिले। किसी कार्यकर्ता के जवाब में कोई चुनाव का कोई विशेष उत्साह नही दिखा वे अपनी जिम्मेदारी को अधमन से कर रहे है ऐसा प्रतीत हो रहा था। एक कार्यकर्ता ने तो यहाँ तक कह दिया कि कार्यकर्ताओ के लिए चाय और नाश्ते की कोई उचित व्यवस्था नही है तो चुनाव क्या जीतेंगे, जब कार्यालयों पर कार्यकर्ताओं के लिए किसी प्रकार की कोई उचित व्यवस्था ही नही है तो कार्यकर्ताओ में उत्साह कैसे आएगा।